- गोदौलिया पर सड़क धंसने के बाद भी नहीं चेत रहे हैं अफसर

-बारिश के दौरान शहर की तमाम सड़कों पर धंसने का खतरा है बरकरार

-पिछले कुछ सालों के दौरान शहर के दस से ज्यादा हिस्सों में हो चुकी है गहरी खोदाई

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गोदौलिया पर सोमवार की रात सड़क के 40 फीट धंसने के बाद दहशत में आए शहर के लोग दूसरे इलाकों की सड़कों पर चलने से घबरा रहे हैं। क्योंकि पिछले दस साल के दौरान शहर की दर्जनों सड़कों पर गहरी खोदाई की गयी है। इसके चलते कुछ जगहों पर सड़कें धंस भी चुकी हैं। अब किस सड़क की धंसने की बारी है कोई नहीं जानता है। जिनके धंसने का सबसे ज्यादा डर है ऐसी दस सड़कों की पड़ताल दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने रिएलिटी चेक के दौरान जायजा लिया। क्या है उनका हाल ये आपको भी बताते हैं। खबर के जरिए उनकी भी आंख खोलनी है जो काशी को क्योटो बनाने का दावा करते हैं।

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गोदौलिया चौराहा

शहर के सबसे बिजी और भीड़-भाड़ वाले इस चौराहे पर 2016 में सड़क अचानक से बैठ गई थी। यहां हर बरसात में पानी जमा हो जाता है जो खतरा बन सकता है।

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सिगरा स्थित नटराज सिनेमा के पास

पिछले ही महीने लीकेज के चलते ये सड़क बुरी तरह से धंसी थी। चार दिन की जद्दोजेहद के बाद सड़क तो बनी है लेकिन अब भी इसकी हालात खराब हैं। सड़क धीरे-धीरे बैठती जा रही है।

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महमूरगंज स्थित ग्रेवयार्ड के पास दो साल पहले सीवर ज्वाइंट करने के लिए करीब 20 फीट गहरा गढ्डा हुआ था। जिसे भरकर सड़क तो बना दी गई लेकिन अब यहां फिर से सड़क खराब होने लगी है। जिसके धंसने का डर बना हुआ है।

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कमच्छा मोड़ से लेकर सीएचएस के पास तक कुछ ही दिन पहले खोदाई हुई थी। सड़क अब तक नहीं बनी है। जिसके कारण दिक्कत तो हो ही रही है साथ में सड़क के कभी भी बैठ सकती है।

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महावीर चौराहा से लेकर दीनदयाल अस्पताल तक की सड़क की खोदाई तीन साल पहले स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज के लिए हुई थी। 15 फीट से ज्यादा गहरी खोदाई के बाद सड़क बनी तो लेकिन मानक का पालन नहीं करने के कारण सड़क कई जगह से बैठ चुकी है।

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पाण्डेयपुर चौराहे से थोड़ा सा आगे काली जी मंदिर के पास सीवर डालने के लिए गहरी खोदाई का काम हुआ था। यहां सड़क पाटकर बना तो दिया गया है लेकिन लोड ज्यादा होने से सड़क का हाल बिगड़ने लगा है।

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चौकाघाट पर अब भी सीवर का काम जारी है। जहां खोदाई के बाद काम पूरा हो चुका है वहां सड़क भी बन गई है लेकिन ये भी कब बैठ जाये पता नहीं। सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा है।

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तेलियाबाग रोड को भी गहरी सीवर पाइप लाइन डालने के लिए खोदा गया था। सड़क तो बन गई है लेकिन लोग गोदौलिया की घटना के बाद डरे हुए हैं कि कहीं यहां भी गड्ढा न हो जाये। सड़क की हालत अच्छी नहीं है।

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लहुराबीर से पिशाचमोचन की ओर जाने वाले रास्ते के पास सीवर कनेक्ट करने का काम हुआ था। यहां दुकानदारों से लेकर पब्लिक अब परेशान हैं कि कहीं सड़क धंस न जाये। इसके आसार भी नजर आ रहे हैं।

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सिगरा स्टेडियम के फ्रंट गेट से थोड़ा आगे शाही नाले से कनेक्ट करने के लिए काफी गहरी खोदाई हुई थी। इसके बाद दूसरे लेन की सड़क पहले भी दो बार धंस चुकी है। इसलिए यहां डर ज्यादा है। बारिश सड़क की हालत खराब कर रही है

ये वजहें बैठा सकती हैं सड़क

- सड़कों की गहरी खोदाई के बाद पाटने के लिए मानक का ध्यान नहीं दिया गया

-बारिश के पानी निकासी के लिए नाली की व्यवस्था न होना

- बरसात के बाद जगह-जगह जलजमाव

- छोटे गड्ढे के होने पर उन्हें इग्नोर कर देना

- शहर की सड़कों पर ओवरलोड वाहनों का बेरोकटोक आवागमन

- सड़के नीचे से गुजर रही पानी की पाइपों का लगातार लीकेज होना

वर्जन

सड़कों की इस हालत के लिए ठेकेदार और कार्यदायी संस्था संग पूरा प्रशासनिक महकमा जिम्मेदार है। सबको ध्यान देना चाहिए ताकि ऐसा हो ही न।

सुशील आहूजा, थ्रू फेसबुक

बनारस को क्योटो बनाने की बात करने वालों को देखना चाहिए कि ये सब क्या हो रहा है। छोटे काम तो होते नहीं बात बड़ी-बड़ी होती है।

रवि जायसवाल, थ्रू फेसबुक

जिस सरकार में ये सड़क बनाई गई थी उस सरकार के साथ जिम्मेदार अफसरों की जांच होनी चाहिए ताकि गुनहगारों पर एक्शन लिया जाए।

अमित चतुर्वेदी, थ्रू फेसबुक

जबतक रोड के निर्माण में लगे जिम्मेदार विभाग पर नकेल नहीं कसी जायेगी ऐसा होता रहेगा। शहर के लोगों को जान खतरे में रहेगी।

अंकित सिंह