-संवेदनशीलता के बावजूद बिहार में नहीं है कोई अलर्ट, डीजीपी को है घटना का इंतजार

PATNA : बिहार में रोहिंग्या साइलेंट जोन में रहकर सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक साबित हो सकते हैं। देश में सुरक्षा को लेकर कई प्रदेशों में अलर्ट जारी हो गया है लेकिन संवेदनशील बिहार में अभी इसे लेकर सुरक्षा का कोई प्लान नहीं है। पुलिस अफसरों को गृह मंत्रालय के आदेश का इंतजार है जबकि पड़ोसी राज्य यूपी में आईबी के इनपुट पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। आईबी की इनपुट में रोहिंग्यों द्वारा फर्जी अभिलेख बनवाकर भारत का निवासी बनने की मंशा पर काम करने की आशंका व्यक्तकी गई है। बिहार में फर्जी आईडी पर बैंक अकाउंट और अन्य कई अभिलेखों का खुलासा हो चुका है ऐसे में यहां रोहिंग्या अपनी मंशा में आसानी से कामयाब हो सकते हैं।

 

इसलिए संवेदनशील है बिहार राज्य

बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा सटी हुई है। यूपी में कई मामले सामने आ चुके हैं। इतना ही नहीं बिहार और यूपी को नेपाल की खुली सीमा भी संवेदनशील बनाती है। हाल ही में गया से गिरफ्तार अहमदाबाद सहित देश के कई बड़े शहरों में विस्फोट करने वाले आतंकी तौसीफ की गिरफ्तारी ने भी ये साबित कर दिया है कि प्रदेश की इंटेलिजेंस एजेंसिंयों का नेटवर्क तेज नहीं है।

 

तौसीफ कई वर्षो से बिहार में आतंकी संगठनों के लिए काम करता था और वह यहां पर बड़ा स्लीपर सेल तैयार कर रहा था। इसके अलावा पूर्व में भी कई बड़े खुलासे बिहार से हुए है। देश में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने वाले संगठनों और इससे जुड़े आतंकी बिहार से पकड़े जा चुके हैं। हाल ही में मोती पासवान की गिरफ्तारी के बाद बिहार सहित यूपी के कई रेल हादसों के पीछे भी आतंकी साजिश का खुलासा हुआ।

 

पड़ोसी से क्यों नहीं ले रहे सबक?

बिहार सरकार और पुलिस मुख्यालय देश में चल रहे रोहिंग्या मामले में सुरक्षा को लेकर कोई रुचि नहीं दिखा रही है। रोहिंग्या को लेकर यूपी के सभी जिलों में अभिसूचना मुख्यालय (इंटेलिजेंस ?यूरो) ने हाई अलर्ट जारी किया है। खुफिया तौर पर एजेंसियों ने जारी अलर्ट में कहा है कि अवैध रूप से शरण लिए रोहिंग्या फर्जी तरीके से आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र व अन्य आईडी बनवाकर बैंकों में खाता खोलवाने का प्लान तैयार कर रहे हैं। इसके पीछे उनका उद्देश्य भारतीय नागरिक बनने का है। इस इनपुट व खुफिया अलर्ट के बाद पुलिस अधिकारियों ने बैंकों को खाता खोलते समय छानबीन करने को कहा है। साथ ही साथ संदिग्धों की तलाश भी तेज कर दी है। बिहार में हाल ही में पटना पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है, जिसमें एसबीआई के ग्राहक सेवा केंद्र से जालसाजों के खाते फर्जी तरीके से खोलने की बात सामने आई है। ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। सूत्रों का कहना है कि इस एक घटना की तरह अगर रोहिंग्या ने भी ऐसे ग्राहक सेवा केंद्रों के माध्यम से खाता खोलवा लिया तो वह भारत का नागरिक होने का दावा कर सुरक्षा के लिहाज से खतरा बन सकते हैं। क्योंकि गृह मंत्रालय ने भी मान लिया है कि भारत में यह बड़ी मुश्किल पैदा कर सकते हैं।

 

बिहार में अभी कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया है। यूपी में कोई मामला आया होगा इसलिए अलर्ट है। मामला केंद्रीय स्तर है इसलिए ऐसे मामलों में गृह मंत्रालय के निर्देश पर ही कोई अलर्ट जारी किया जाता है।

-पीके ठाकुर, डीजीपी बिहार