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- रेलवे पार्सल घर पर तैनात आरपीएफ जवान हर माल पर 20 से 200 रुपए तक की करते हैं वसूली

- दैनिक जागरण- आई नेक्स्ट के स्टिंग में सच आया सामने, कैमरे में कैद हुई वसूली की तस्वीरें

utkarsh.srivastava@inext.co.in

GORAKHPUR: हाल ही में दो चोरों को गिरफ्तार कर आरपीएफ ने रेलवे के पार्सल घर से होने वाली चोरी बंद कराई जिससे व्यापारियों ने राहत की सांस ली लेकिन अब उस आरपीएफ से व्यापारी कैसे बचें, वे सोच नहीं पा रहे। यहां आरपीएफ व्यापारियों से अवैध वसूली करती है। व्यापारियों की शिकायत पर हमने गुरुवार को धर्मशाला में स्थित रेलवे के पार्सल ऑफिस पर माल बुकिंग और छुड़ाए जाने का स्टिंग किया। मौके पर पार्सल घर से छुड़ाए जाने वाले हर माल पर आरपीएफ 20 से 200 रुपए तक व्यापारियों से अवैध वसूली करती नजर आई। अपना माल ले जाने पार्सल घर आए व्यापारियों से आरपीएफ जवान कहते नजर आए कि पहले माल (रुपए) दो तब माल (सामान) ले जाओ। यह सारी करतूत कैमरे में कैद हो गई।

पहले इधर बढ़ाओ, तब उधर जाओ

गुरुवार की दोपहर करीब 3 बजे दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम पार्सल ऑफिस पहुंची। व्यापारियों व अन्य लोगों की माल बुकिंग कराने व बाहर से आए माल को छुड़ाने के लिए भीड़ लगी थी। यहां सामानों व पार्सल ऑफिस की सुरक्षा में तैनात आरपीएफ के तीन कांस्टेबल नजर आए। सामान बुक कराने आने वाले लोगों से तो जवान कुछ नहीं बोल रहे थे लेकिन अपनी बिल्टी पर माल छुड़ा रहे लोगों को जवान पहले ही रोक लेते और हाथ से नोट देने का इशारा करते हुए कहते कि पहले इधर बढ़ाओ तब उधर जाओ।

बुकिंग के बाद भी वसूली

रेलवे के नियमानुसार बुकिंग कराकर आए माल को बिल्टी देकर रिसीव करना होता है लेकिन यहां कुछ और ही हो रहा था। रिपोर्टर ने देखा कि जो भी व्यापारी बिल्टी के सामान अपना माल लेने जा रहा था, जवान उससे अवैध वसूली कर रहे थे। जैसा सामान, वैसी वसूली। माल या नग के हिसाब से वसूली को रेट तय हो रहा था। किसी से 20, किसी से 100- 200 रुपए तक की वसूली होती दिखी।

रुपए न देने पर करते हैं परेशान

आरपीएफ को रुपए देने वाले कुछ लोगों से रिपोर्टर ने बात की। उन लोगों ने बताया कि रुपए देना मजबूरी है। यदि रुपए नहीं दिए जाएं तो जवान जांच आदि में इतना परेशान करते हैं कि पूरा दिन बर्बाद हो जाता है।

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बॉक्स

ये करते हैं वसूली इसलिए हो जाती थी चोरी

अभी कुछ दिनों पहले तक लगातार पार्सल ऑफिस से सामान गायब होने की शिकायत मिल रही थी। दबाव बढ़ा तो आरपीएफ ने दो चोरों को पकड़कर इसका खुलासा किया। इसमें आरपीएफ का दावा था कि पार्सल ऑफिस के कर्मचारी भी चोरों से मिले थे। वहीं आरपीएफ की वसूली के शिकार लोगों ने बताया कि चोरी में कहीं न कहीं आरपीएफ भी मिली होती है। सामान की सुरक्षा करने के लिए लगाए गए जवान वसूली में बिजी रहते हैं और उधर चोर माल गायब कर देते हैं।

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वर्जन -

आईजी, आरपीएफ