सर्वेट क्वार्टर में लगी आग की भेंट चढ़ गया रेस्टोरेंट कर्मचारी

संकरी गली में बने सर्वेट क्वार्टर से नहीं मिला निकलने का रास्ता

ALLAHABAD: मेडिकल कालेज चौराहे के पास रविवार की सुबह सर्वेट क्वार्टर में रहने वाला बीस साल का रूपेश मिश्र अपने कमरे में आग की लपटों में फंस कर काल के गाल में जिंदा समा गया। कमरें में आग की लपटें उठती रहीं और रूपेश खुद को बचाने के लिए लगातार चीखता रहा। लेकिन सर्वेट क्वार्टर ऐसा बना था कि कोई कुछ नहीं कर सका। कमरों के खिड़की दरवाजे भी ऐसे थे, जहां खुद को बचाकर निकलना भी संभव नहीं था। आग की सूचना मिलने पर पहुंचे दमकल कर्मियों के लिए भी रास्ता संकरा होने के कारण गाड़ी लेकर वहां पहुंचाना संभव नहीं था। ऐसे में आग तक पहुंचने के लिए वे पाइप जोड़ कर वहां पहुंचने की कोशिश में जुटे रहे। जब तक दमकल कर्मी वहां पहुंचते रूपेश पूरी तरह जलकर दम तोड़ चुका था।

रेस्टोरेंट के पीछे था सर्वेट क्वार्टर

जार्जटाउन थाना क्षेत्र के मेडिकल चौराहे के पास महारानी जायका रेस्टोरेंट है। मलाकराज के रहने वाले महारानी दीन रेस्टोरेंट चलाते हैं। उसी के ठीक पीछे उन्होंने संकरे रास्ते पर तीन मंजिला सर्वेट क्वार्टर बनाया हुआ है। जहां पर रेस्टोरेंट में काम करने वाले नौकर रहते है। हालांकि क्वार्टर यूं बना है कि आग लग जाए तो वहां से निकलना मुश्किल होगा। घटना के समय हुआ भी ऐसा ही। रविवार की सुबह बीस वर्षीय रूपेश पुत्र संजय मिश्र निवासी लखौड़ा, पूर्वी चंपारण बिहार कमरे में सो रहा था। अन्य साथी बाहर गए थे। चूंकि कमरे में सामान रखा था इसलिए एक अन्य नौकर ने बाहर से कमरे का दरवाजा बंद कर दिया। सुबह करीब साढ़े नौ बजे शार्ट सर्किट से कमरे में आग लग गई। आग फैलती गई। खिड़की से निकलने का रास्ता नहीं था इसलिए रूपेश चीखने लगा। उसकी चीखें गूंजने लगीं। आसपास के लोगों ने फायर सर्विस को सूचना दी। दमकल की गाड़ी पहुंची लेकिन रास्ता ऐसा था कि गाड़ी आगे ही नहीं बढ़ सकी। कर्मचारी पाइप जोड़कर वहां तक पहुंचने की कोशिश करते रहे तब तक रूपेश की मौत हो गई।

मकान ऐसी जगह बना है कि दमकल नहीं पहुंच सकी। रूपेश की जलने से मौत हुई है। सूचना घरवालों को भेजी गई है।

राजकुमार, थाना प्रभारी जार्जटाऊन