जिलाधिकारी कार्यालय गेट पर होमगार्ड और अंदर छुट्टा पशु ही नजर आए

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की रियलिटी चेक में कहीं नहीं दिखी सुरक्षा व्यवस्था

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश विधान सभा में विस्फोटक पहुंचने के बाद महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था की रियलिटी चेक के क्रम में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट का चौथा पड़ाव डीएम कार्यालय बना। मंगलवार को जब हमारी टीम यहां पहुंची तो व्यवस्था देखकर दंग रह गई। गेट पर चार-पांच होमगार्ड और अंदर घूमते छुट्टा पशुओं पर ही पूरी सुरक्षा व्यवस्था टिकी नजर आई। गेट पर तैनात होमगार्ड भी सुरक्षा को लेकर सतर्क नजर नहीं आए। जिसे जिधर मर्जी उधर घूम रहा था। कोई पूछने वाला नहीं था।

रोज जुटते है एक हजार लोग

डीएम कार्यालय परिसर में कई अन्य अधिकारियों के भी कार्यालय हैं। सभी कार्यालयों को मिलाकर प्रतिदिन लगभग सौ से डेढ़ सौ अधिकारी और कर्मचारी यहां सुबह दस से पांच बजे तक रहते हैं। उनके कार्यालयों में आने वाले फरियादियों की संख्या में पांच से छह सौ के बीच होती है। इनके अलावा नाश्ता-पानी, चाय, फोटो स्टेट के दुकानदारों को मिलाकर लगभग एक हजार लोग यहां प्रतिदिन जुटते हैं।

बेधड़क घुस गए अंदर

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम मंगलवार को दिन में लगभग बारह बजे बेधड़क डीएम कार्यालय में घुसी। गेट पर किसी ने कोई पूछताछ करने की जरूरत नहीं महसूस की। अंदर हम अलग-अलग इलाकों में घूम-घूम कर फोटो खींचते रहे, लेकिन इस दौरान भी किसी ने यह पूछने की जहमत नहीं उठाई कि हम आखिर सरकारी परिसर की फोटो क्यों खींच रहे हैं।

हर तरफ बस दिखे जानवर

डीएम कार्यालय परिसर में घुसने के थोड़ी देर बाद ही छुट्टा पशुओं के दिखने का जो क्रम शुरू हुआ तो वे हर क्षेत्र में बेधड़क घूमते नजर आए। इसमें गाय-भैंस के साथ सांड आदि भी शामिल थे। आतंकी वारदात की बात को छोड़ भी दें तो पशुओं को देखकर यह अंदेशा जरूर बना रहा कि कहीं ये ही किसी को नुकशान न पहुंचा दें।

जिला प्रशासन को लोगों की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। डीएम कार्यालय परिसर में रोज सैकड़ो लोग समस्याएं लेकर आते हैं, अब यदि यहीं समस्या हो तो वे कहां जाएं।

अजीत कुमार

काफी संख्या में लोग कलेक्टर से कार्य कराने के लिए आते हैं। अगर यहां उनके साथ कोई घटना हो जाए तो फिर लोगों की सुरक्षा आखिर हो कहां सकती है।

यासिर मंसूर

इस समय जगह-जगह विस्फोट हो रहे हैं। भीड़भाड़ वाली जगहों को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था हर भीड़भाड़ वाली जगह पर होनी चाहिए।

सुधीर शर्मा

यह कोट तभी लगाएं जब फोटो मिल जाए

सुरक्षा बड़ा मुद्दा है। जहां देखो वहीं बड़ी घटनाएं हो रही हैं। सैकड़ों लोगों की जान जा रही है, लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा के नाम पर खिलवाड़ किया जा रहा है।

प्रशांत चौरसिया