-रेल इंजन में भी एयरोप्लेन में लगने वाले ब्लैक बाक्स जैसा होगा सिस्टम डीरेका में कवायद शुरू

-नया सिस्टम लग जाने पर इंजन में तैनात क्रू मेंबर और बरतेंगे सावधानी

VARANASI

रेल हादसों के दौरान लोको पायलट की उजागर होने वाली लापरवाही आने वाले दिनों में समाप्त हो जाएगी। बीते दिनों हुई कुछ दुर्घटनाओं के बाद ट्रेन ड्राइवर को दोषी ठहराया गया था। इससे उबरने के लिए रेलवे बोर्ड के निर्देश पर डीरेका ने रास्ता ढूंढ निकाला है। अब एयरोप्लेन में लगने वाले ब्लैक बाक्स की तर्ज पर ट्रेन के इंजन में भी एलसीवीआर सिस्टम लगाया जा रहा है। इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत फ‌र्स्ट फेज में 25 लोको इंजन में यह सिस्टम लगाया जाएगा।

क्या है LCVR?

लोको कैब वीडियो एंड रिकॉर्डर (एलसीवीआर) सिस्टम इंजन के बाहर और अंदर की हर गतिविधियों को कैद करेगा। ट्रेन चलने के दौरान सिस्टम के थ्रू अंदर क्रू मेंबर की बातचीत और बाहर रेल ट्रैक की पोजीशन को वीडियो में रिकार्ड करेगा।

पायलट बरतेंगे सावधानी

एलसीवीआर सिस्टम लगने के बाद लोको क्रू मेंबर सावधानी बरतेंगे। मॉनीटरिंग के डर से लोको पायलट व असिस्टेंट लोगो पायलट पूरी तरह से एक्टिव रहेंगे। क्योंकि सिस्टम के थ्रू वीडियो में कैद एक्टिविटी और वायस की खुद अधिकारी जांच करेंगे। फ्यूचर में सिस्टम को सर्वर से लिंक करके रेलवे कंट्रोल से जोड़ने का भी प्लान है। दिन के अलावा रात के अंधेरे में भी यह सिस्टम काम करेगा।

यह लोको पायलट के लिए एक तरह का विजिलेंस सिस्टम है। ट्रेनों के इंजन में एलसीवीआर सिस्टम लग जाने पर क्रू मेंबर और भी सेफ्टी और सावधानी बरतेंगे।

प्रदीप कुमार मिश्रा, पीआरओ डीएलडब्ल्यू

हाईलाइट्स

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लोको इंजन में लगेगा एलसीवीआर सिस्टम

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कैमरे और वायस रिकॉर्डर होंगे एक सिस्टम में

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लाख रुपये हर इंजन में आयेगा खर्च

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लोको इंजन में फ‌र्स्ट फेज में लगाया जा रहा है सिस्टम