कई कुंतल आलू फेकें गए
जी हां हाल ही में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में किसानों ने बीते सप्ताह विधानसभा भवन के बाहर सड़क पर रात में आलू फेंकना शुरू कर दिया था। ऐसे में सुबह तक यहां की सड़क का नजारा काफी अलग दिखाई देने लगा था। आलू सिर्फ विधानसभा भवन के बाहर सड़क पर ही नहीं बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर भी फेंके गए थे। इस आलूकांड में कई कुंतल आलू फेकें गए थे।

किसानों का गुस्सा या किसी की साजिश
आलू फेंके जाने के पीछे कहा जा रहा था कि उत्तर प्रदेश में आलू की कम कीमतों की वजह से यहां पर किसान काफी गुस्से में हैं। उन्हें लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं इस आलू कांड के बाद से प्रदेश की राजनीति काफी गर्मा गई थी। वहीं इस मामले में प्रदेश सरकार ने सख्त रुख अपनाया था। प्रदेश सरकार इसे किसानों का गुस्सा नहीं बल्कि किसी की साजिश मान रही थी।

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दो लोग गिरफ्तार हुए

वहीं पुलिस भी लगातार इस घटना के पीछे के लोगों की तलाश कर रही थी। ऐसे में पुलिस ने कल कन्नौज से समाजवादी पार्टी के नेता शिवेंद्र सिंह उर्फ कुक्कू चौहान के करीबी अंकित सिंह और डाला ड्राइवर संतोष पाल को गिरफ्तार किया है। इनके साथ ही इसमें सपा से जुड़े कई अन्य लोगों के भी सामिल होने की बात कही जा रही है। कन्नौज के तिर्वा से आठ डाला में आलू भरकर लखनऊ लाए गए थे।

कॉल डिटेल से सामने आया सच
आरोपियों ने कबूला कि हम लोगों ने आलू फेंका था। एसएसपी का कहना है कि लोडर चालक ने जो नाम बताएं उनके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकलवाई तो बात सही निकली। इस मामले की रिपोर्ट बनाकर गृह विभाग को भेजी गई है। माल एवेन्यू स्थित पार्टी के दफ्तर में फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारी एकत्र हुए और आलू एक लोडर में भरकर राज भवन की तरफ रवाना किया गया। इसमें बैठे मजदूर बोरे काटकर आलू फेंकते जा रहे थे।

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