- कंस्ट्रक्शन पूरा हुए बिना ही फर्म ने कराया भुगतान

- एएसपी की जांच में सामने आई सच्चाई तो मचा हड़कंप

GORAKHPUR: पुलिस विभाग के भवनों के निर्माण में गड़बड़झाला सामने आने से अफसर चकरा गए हैं। अफसरों ने सोचा नहीं था कि कोई फर्म निर्माण कार्य पूरा कराए बिना ही चार करोड़ 10 लाख की चपत लगाकर फरार हो जाएगी। जांच में मामला सामने आने पर सीनियर अफसर संबंधित फर्म के खिलाफ केस दर्ज कराने की तैयारी में जुटे हैं। मामले की जांच कर रहीं एएसपी चारू निगम ने कहा कि घटिया निर्माण कार्य को दुरुस्त करने के लिए संबंधित लोगों को 15 दिन का समय दिया गया है। पुलिस विभाग के निर्माण कार्य में धांधली सामने आने से कई कार्यदायी संस्थाओं में हड़कंप मचा हुआ है।

पूरा भुगतान, कार्य अधूरा

कई साल से पुराने भवन में चल रहे फायर ब्रिगेड की सूरत बदलने की तैयारी हुई। नई बिल्डिंग के निर्माण के साथ ही कर्मचारी आवास और अन्य संसाधनों के लिए प्रपोजल तैयार किए गए। वर्ष 2013 में उत्तर प्रदेश कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने टेंडर लिया। बिल्डिंग के साथ ही आवासों का निर्माण भी शुरू कराया गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2014 में निर्माण कार्य के लिए चार करोड़ 10 लाख रुपए का भुगतान भी गवर्नमेंट ने फर्म को कर दिया। आरोप है कि पूरी लागत मिलने के बावजूद फर्म ने निर्माण में फर्जीवाड़ा कर दिया।

रिपोर्ट की धांधली, फंसेंगे कई अफसर

इस मामले की शिकायत पुलिस अधिकारियों से हुई। एएसपी चारू निगम ने जांच शुरू की तो सामने आया कि ऑफिस का कंस्ट्रक्शन ठीक नहीं कराया गया है। टाइप वन के 37 आवास की जगह सिर्फ 16 आवास ही बनवाए गए लेकिन कार्य पूरा नहीं कराया गया। कोई कमरा रहने लायक नहीं बना है। इसके अलावा अफसरों के आवास का टॉयलेट अधूरा बना है। फायर ब्रिगेड की गाडि़यों के खड़े रहने के लिए गैरेज और मेस का निर्माण भी नहीं शुरू हो सका है। मामले की जांच शुरू होने से संबंधित फर्म से जुड़े लोग परेशान हो गए हैं। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि भुगतान के पूर्व इसकी रिपोर्ट जिले से भेजी जाती है। यदि रिपोर्ट में निर्माण कार्य अधूरा होने की बात दर्ज होती तो कंस्ट्रक्शन कराने वाली फर्म को भुगतान नहीं हो पाता।

वर्जन

निर्माण कार्य पूरा हुए बिना ही पूरा भुगतान कर दिया गया। इस संबंध में अग्निशमन विभाग से रिपोर्ट तलब की जा चुकी है। कार्यदायी संस्था के खिलाफ फर्जीवाड़े का केस दर्ज कराया जाएगा।

- चारू निगम, एएसपी, सीओ गोरखनाथ