RANCHI: कोई लड़की अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए, तो कोई मजबूरी में गंदे धंधे में उतर गई। लेकिन, इन्हीं में धनबाद की एक ऐसी लड़की भी है, जो अपने भाई को इंजीनियर बनाने का सपना पूरा करने के लिए कॉल गर्ल बन गई है। यह खुलासा शुक्रवार को पुलिस के समक्ष उस समय हुआ, जब गुरुवार को मेन रोड स्थित पर्ल होटल से वेश्यावृत्ति के आरोप में गिरफ्तार युवतियों ने पुलिस को अपनी दास्तान सुनाई। धनबाद की इस लड़की ने बताया कि वह जॉब की तलाश में इधर-उधर भटक रही थी। इसी बीच धनबाद के ही एक युवक ने कॉल सेंटर में नौकरी लगाने की बात कही। इसके बाद उसे वेश्यावृत्ति के धंधे में उतार दिया गया, इसके पहले उसका माइंड वॉश किया गया। फिर वह वेश्यावृत्ति के धंधे में उतर आई। इस कमाई से वह अपने भाई को इंजीनियरिंग की पढ़ाई करवा रही है।

क्। क्0 दिन में म्0 हजार हो जाती है कमाई

वेश्यावृत्ति के आरोप में धराई लड़कियों ने पुलिस को बताया कि यदि वो किसी फर्म में काम करतीं हैं तो महीने में छह हजार या दस हजार रुपए मिलते हैं। लेकिन, जब राजन सिंह से संपर्क हुआ तो उसने सिर्फ दस दिनों के काम के लिए म्0 हजार रुपए का ऑफर दिया। वे लोग इस बात के लिए तैयार हो गई। बताया कि इसमें न मालिक की डांट सुननी पड़ती है और न टाइम की कोई पाबंदी है। रहना, खाना सब मुफ्त में हो जाता है।

ख्। कोलकाता के महंगे मार्केट में कई की दुकान, एक के पास 8 स्कॉरपियो

इन लड़कियों ने बताया कि वे लोग एक महीने काम करती हैं, फिर कोलकाता वापस चली जाती हैं। एक महीने में लाखों रुपए बटोर लेती हैं। इस पैसे से कई कॉलगर्ल ने कोलकाता के महंगे मार्केट में दुकानें खरीदी हैं और आठ-आठ स्कॉर्पियो भी रखी हैं। उन स्कॉरपियों को किराए पर चलाया जाता है। रांची में काम खत्म होने के बाद सभी कोलकाता चली जाती हैं। वहां कुछ दिन आराम करने के बाद दिल्ली, पटना, यूपी, असम व गुवाहाटी चली जाती हैं। उनके पास उन जगहों के सेक्स रैकेट के सरगनाओं के नंबर होते हैं, जिनके बुलावे पर वो पहुंच जाती हैं। पैसे कमाने के बाद फिर कोलकाता लौट जाती हैं।

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रांची में ख्ख् लड़कियां लाया है सरगना राजन

पुलिस पूछताछ में इन लड़कियों ने खुलासा किया है कि रांची में कोलकाता, धनबाद, असम से ख्ख् लड़कियों को वेश्यावृत्ति के लिए लाया गया है। इन्हें गिरोह के सरगना राजन सिंह राज ने रांची लाया है। सभी लड़कियों को अलग-अलग ठिकानों पर छिपा कर रखा गया है। रांची पुलिस इन सभी लड़कियों की तलाश में संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है। अरगोड़ा और लोअर बाजार थाना की टीम लड़कियों को बरामद करने के लिए एक योजना के तहत काम कर रही है।

कौन है सरगना राजन सिंह राज

राजन सिंह राज आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के चुनाव क्षेत्र रहे बिहार के राघोपुर का रहनेवाला है। मूल रूप से वह राजन सिंह के नाम से ही जाना जाता है। पर, इस धंधे में आने के बाद उसने अपने नाम में राज शब्द जोड़ लिया है। उसका धंधा झारखंड के धनबाद, रांची, खूंटी, बिहार के पटना, भागलपुर, मुंगेर आदि जिलों में चल रहा है। इस धंधे में उसने जगह-जगह एजेंट नियुक्त कर लिया है। एजेंट के कहने पर ही लड़कियों को बुलाया जाता है, फिर उन्हें धंधे पर लगा दिया जाता है।

तीसरा बॉक्स।

ग्राहक सिगरेट के छल्ले से भी दागते हैं बदन को

इन लड़कियों ने बताया कि ग्राहकों द्वारा उन्हें टॉर्चर भी किया जाता था। इस दौरान उनलोगों द्वारा सिगरेट से उनके हाथ और बदन को भी दागा जाता है। विरोध करने पर उनके साथ मारपीट भी की जाती है। क्योंकि गैंग लीडर का स्पष्ट आदेश होता है कि हर हाल में ग्राहक को संतुष्ट रखना है। एक बार मार्केट खराब होने पर उनके पास ग्राहक नहीं आएंगे।