- स्मार्ट सिटी की तीसरी लिस्ट 16वें नंबर पर शामिल हुआ था दून
- दून को स्मार्ट बनाने के 1407.5 करोड़ रुपए का बजट है निर्धारित
- दून नगर निगम के वर्तमान 60 वार्डो में से 10 वार्डो को किया गया है शामिल
देहरादून, स्मार्ट सिटी की लिस्ट में शामिल हुए दून को 10 माह बीत चुके हैं। केंद्र सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी के डेवलपमेंट के लिए 18 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं, इसमें से 3 करोड़ रुपए दून के स्मार्ट सिटी फंड में आ भी चुके हैं। लेकिन, स्मार्ट सिटी की यह कवायद फाइलों तक ही सिमटी हुई है।
तीसरी बार आया था नंबर
स्मार्ट सिटी की लिस्ट में शामिल होने के लिए दून को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। दो बार फिसड्डी साबित होने के बाद दून को 30 शहरों की लिस्ट में 16वां स्थान मिला था। शहरवासियों को उम्मीद थी कि जल्द ही शहर स्मार्ट लुक में नजर आने लगेगा। लेकिन, 10 माह की अवधि बीत जाने के बाद भी अब तक शहर का मिजाज बदलना शुरू नहीं हो पाया है।
354 हेक्टेयर में बनेगी स्मार्ट सिटी
स्मार्ट सिटी परियोजना में 354 हेक्टेयर यानि 875 एकड़ एरिया शामिल किया गया है। इसमें आराघर चौक से ईसी रोड होते हुए करनपुर बाजार, डीबीएस चौक से नैनी बेकरी, बहल चौक, राजपुर रोड, घंटाघर, चकराता रोड, बिंदाल पुल, बिंदाल नदी के साथ ही इसके बाएं ओर के क्षेत्र को शामिल किया गया है। वहीं कांवली रोड स्थित बिंदाल पुल से कांवली रोड होते हुए सहारनपुर चौक, प्रिंस चौक से हरिद्वार रोड और आखिर में आराघर चौक का क्षेत्र शामिल होगा। नगर निगम क्षेत्र के 11, 12, 15, 17, 18, 19 20, 21, 23 व 24 वार्डो को मिलाकर दस वार्ड स्मार्ट सिटी में शामिल होंगे।
यह डेवलपमेंट वर्क होंगे
-अर्बन मोबिलिटी के लिए इलेक्ट्रॉनिक बस व ई-रिक्शा किए जाएंगे संचालित।
-सिटी में मल्टीस्टोरी स्मार्ट पार्किंग फैसिलिटी।
-स्मार्ट जंक्शन में स्मार्ट एलईडी पोल्स।
-एस्लेहॉल, पलटन बाजार, नगर निगम बिल्डिंग व घंटाघर का रिजुविनेशन।
-क्लीन और सिक्योर सिटी स्ट्रक्चर।
-सस्टेनेबल कोर इंफ्रास्ट्रक्चर।
-दूनाइट्स के लिए देहरादून वन एप।
-सिटी कमांड व कंट्रोल सिस्टम।
-स्मार्ट एंबुलेंस व हेल्थकेयर सॉल्यूशन।
-सिटीजन आउटरिच प्रोग्राम।
-कमांड एंड कंट्रोल सेंटर।
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ये है फाइनेंशियल प्लान
-1000 करोड़ का स्मार्ट सिटी फंड
-236 करोड़ का कंजर्वेशन फंड
-171.5 करोड़ पीपीपी प्रोजेक्ट्स
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स्मार्ट सिटी के लिए कुल बजट-1407.5 करोड़
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इन स्थानों का होगा कायाकल्प
-पलटन बाजार में पैदल चलने को खुली सड़कें
-पांच बड़े चौराहों का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण
-गांधी पार्क का नए सिरे से विकास व सौंदर्यीकरण
-निगम मुख्यालय का ग्रीन बिल्डिंग के रूप में विकास
-एस्लेहॉल एरिया विरासत के तौर पर होगा संरक्षित
-डीएवी व डीबीएस कॉलेज होगा पुनर्विकसित
-पुराने तहसील कैंपस में मल्टी लेवल कार पार्किंग
-ईसी रोड को मॉडल रोड के रूप में विकास
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:::दून सिटी पर एक नजर:::
-एवरेज लिट्रेसी रेट --88.36
-सिटी पॉपुलेशन--569578
- वर्किग पॉपुलेशन- 29 परसेंट
- स्लम पॉपुलेशन- 29 परसेंट
- ग्रीन एरिया- 3.56 परसेंट
- सेक्स रेशियो---907
- डीएमसी एरिया- 64.4 स्क्वायर किमी
- इंडस्ट्रियल एरिया- 4.97 परसेंट ऑफ द टोटल लैंड
अधर में ये योजनाएं
स्मार्ट सिटी के तहत शहर में कुछ काम शुरू हुए, लेकिन वे अब तक अधूरे हैं। इनमें आईएसबीटी से लेकर क्लॉक टॉवर तक मॉडल रोड तैयार करना शामिल था। यह रोड पहले दिसंबर और उसके बाद मार्च तक पूरी होनी थी, लेकिन अब तक नहीं हो पाई। क्लॉक टावर का सौंदर्यीकरण भी अधूरा है। ऐसे ही राजपुर रोड का सौंदर्यीकरण तो हुआ, लेकिन उस पर भी सवालिया निशान उठे। स्थानीय विधायक खजान दास ने तो इसकी शिकायत सीएम तक से की। रिस्पना पुल से प्रिंस चौक तक अतिक्रमण हटाया जाना था, लेकिन अब तक नहीं हटा पाया। सर्वे चौक से चूना भट्टा तक सड़क चौड़ी होनी थी, मुआवजा की राशि ज्यादा मांगे जाने के कारण स्थिति साफ नहीं हो पाई। परेड ग्राउंड पर फुटपाथ बनने थे, अब तक काम शुरू नहीं हो पाया।