- कांवली रोड से हुआ था 4 साल के अंकित का अपहरण

- 3 जुलाई को दून पुलिस ने किया था अपहरण का मुकदमा दर्ज

- चार राज्यों में दून पुलिस ने दी थी दबिश

DEHRADUN: ख् जुलाई को कांवली रोड, शिवाजी मार्ग से अपहृत ब् साल का अंकित यूपी के रामनगर चाइल्ड शैल्टर होम से बरामद हुआ। अंकित की बरामदगी में सोशल साइट्स का बड़ा योगदान रहा, सोशल साइट्स के जरिए ही दून पुलिस को अंकित का सुराग मिला। मामले में दून पुलिस द्वारा पहले ही अपहरण का केस दर्ज किया गया था और दो आरोपियों को भी पुलिस ने अरेस्ट किया था। आरोपियों से पुलिस को कोई खास इनपुट नहीं मिला तो सोशल साइट्स के जरिए पुलिस ने अंकित की तलाश शुरू की और कामयाबी पाई।

ख् जुलाई को हुआ था अपहरण

ख् जुलाई को शिवाजी मार्ग कांवली रोड के सुरेश साहनी ने कोतवाली में तहरीर दी की उसका ब् वर्षीय बेटा अंकित कहीं लापता हो गया है। पुलिस ने मामले की छानबीन की तो सीसीटीवी फुटेज के जरिए पता चला कि लाला साहनी ने बच्चे का अपहरण किया है। पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज करते हुए अंकित की तलाश शुरू की। फ् जुलाई को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज में बच्चा दो व्यक्तियों के साथ दिखा। जिसके बाद पुलिस ने म् जुलाई को एक आरोपी राजीव साहनी को मुजफ्फरपुर बिहार से गिरफ्तार किया और उसके बाद लाला साहनी को भी गिरफ्तार किया। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने कई जगहों पर दबिश दी लेकिन अंकित का कोई पता नहीं चला।

चार राज्यों में दी थी दबिश

अंकित की तलाश के लिए एसएसपी निवेदिता कुकरेती के निर्देशन में तीन टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने हरिद्वार, रुड़की और लक्सर सहित यूपी के मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फनगर, दिल्ली के सभी रेलवे स्टेशन और बस अड्डों, हरियाणा के रेवाड़ी और गुड़गांव और बिहार के कटरा व मुजफ्फरपुर में अंकित की बरामदगी के लिए दबिश दी।

आखिर सोशल मीडिया से मिली जानकारी

आरोपी राजीव साहनी और लाला साहनी से मिली जानकारी से पुलिस को कोई पुख्ता सूचना नहीं मिली तब पुलिस ने अंकित की बरामदगी के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। पुलिस ने फेसबुक, व्हाट्सऐप और ट्वीटर से अंकित की खोजबीन को लेकर प्रचार किया। इसके बाद सहारनपुर जीआरपी थाने में तैनात एक कॉन्स्टेबल मनोज कुमार ने कोतवाली पुलिस को अंकित के बारे में जानकारी दी। जिसने बताया कि दिल्ली से सहारनपुर चलने वाली डीएलएस पैसेंजर ट्रेन से एक बच्चे को जीआरपी थाने में लाया गया था। इसकी सूचना पर पुलिस सहारनपुर पहुंची। जहां पुलिस को पता चला कि इस बच्चे को सहारनपुर बाल सुधार समिति को सौंपा गया। इस समिति ने इस बच्चे को चाइल्ड शेल्टर होम रामपुर भेज दिया था। पुलिस वहां पहुंची और अंकित के परिजनों से उसकी शिनाख्त पुख्ता कराई। पुलिस अंकित को दून लेकर आ गई।