एक्सक्लुसिव न्यूज

- सॉलिड वेस्ट प्लांट के लिए नगर निगम ने बहुगुल पुर में खरीदी है 110 बीघा जमीन

- स्टाम्प शुल्क से छूट के लिए लगाए गए अभिलेख को सहायक आयुक्त स्टाम्प ने बताया 'अधूरा'

BAREILLY:

फरीदपुर स्थित बहुगुलपुर में सॉलिड वेस्ट प्लांट के लिए खरीदी गई जमीन में स्टाम्प शुल्क 'चोरी' का संदेह हो गया है। जिसको लेकर सहायक आयुक्त स्टाम्प ने नगर आयुक्त को नोटिस भेजा है, जिसमें जमीन से जुड़े अभिलेख और स्टाम्प ड्यूटी से राहत पाने के लिए लगाए गए अभिलेख की जानकारी तलब की गई है। अभिलेख उपलब्ध न करा पाने की स्थिति में नगर निगम से सर्किल रेट के हिसाब से स्टाम्प शुल्क के वसूली की चेतावनी दी है। यदि ऐसा हुआ तो नगर निगम को करोड़ों रुपए स्टाम्प शुल्क की भरपाई करनी पड़ेगी।

पौने दो करोड़ की है जमीन

सहायक आयुक्त स्टाम्प ओम प्रकाश सिंह ने डीएम के माध्यम से नगर आयुक्त को दिए पत्र में नगर निगम द्वारा 13 अक्टूबर 2017 को जमीन का रजिस्ट्रेशन कराने का जिक्र किया है। जिसमें 23 विक्रेताओं से मुख्य कर अधीक्षक आरके सोनकर ने क्रेता के तौर पर सरकार के पक्ष में जमीन खरीदी पर हस्ताक्षर किए हैं। कहा है कि विक्रय विलेख में स्टाम्प शुल्क की छूट ली है। सौ रुपए का प्रति स्टाम्प शुल्क अदा कर जमीन पंजीकृत कराई है। जबकि विक्रय विलेखों का अवलोकन करने से यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि स्टाम्प शुल्क से छूट लेने के लिए शासनादेशों का पालन किया है या नहीं? ऐसे में शेष स्टाम्प शुल्क वूसली की मंशा शासन ने जताई है।

पहला प्लांट का संचालन है बंद

शहर को कूड़े की समस्या से निजात दिलाने के लिए सपा सरकार में वर्ष 2008 में रजऊ परसपुर में सॉलिड वेस्ट मैनजमेंट प्लांट का संचालन शुरू हुआ था। जिसका शुभारंभ तत्कालीन नगर विकास मंत्री आजम खान ने किया था। लेकिन करीब साल भर चलने के बाद एनजीटी के आदेश पर प्लांट संचालन बंद कर दिया गया था। प्लांट बंद होने को लेकर पूर्व मेयर डॉ। आईएस तोमर और वर्तमान मेयर उमेश गौतम ने एक दूसरे पर निशाना साधा था। क्योंकि प्लांट मेयर उमेश गौतम की यूनिवर्सिटी के बगल में लगा था, जिसके चलते डॉ। तोमर ने कहा था कि उन्होंने प्लांट नहीं चलने दिया और बाकरगंज को नरक और शहर को कूड़ेदान में तब्दील कर दिया।

निकाय चुनाव का बड़ा मुद्दा

निकाय चुनाव में बड़ा मुद्दा बना सॉलिड वेस्ट मैनजेमेंट प्लांट का अड़ंगा दूर हुआ है। नया प्लांट फरीदपुर तहसील के बहुगुलपुर में स्थापित किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए प्रस्तावित 3 सौ बीघा जमीन में से 110 बीघा जमीन नगर निगम ने राज्यपाल के पक्ष में फिलहाल खरीद ली है। प्लांट को स्थापित करने के लिए सबसे बड़ी दिक्कत एयरफोर्स, वन विभाग और सिंचाई विभाग की एनओसी मिल गई है। स्थानीय निवासियों ने भी कोई आपत्ति नहीं दर्ज कराई जिससे यहां पर प्लांट बनने का रास्ता साफ है। पिछले माह नगर निगम ने अमेजो वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी को बहुगुलपुर में बन रहे सॉलिड वेस्ट प्लांट संचालन को टेंडर सौंपा जा रहा है।

राज्य सरकार के पक्ष में शासनादेश के मुताबिक जमीन खरीदी गई है। आदेशानुसार क्रय के सभी अभिलेख मुहैया करा दिए जाएंगे।

ईश शक्ति कुमार सिंह, प्रभारी नगर आयुक्त