- शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के निर्माण की मियाद खत्म

- तय समय पर नहीं बन पाया प्लांट, आज से डंप होना था कूड़ा

- निगम ने कहा कंपनी ने कूड़ा नहीं लिया तो रोज वसूला जाएगा जुर्माना

DEHRADUN: शहर के कूड़े का वैज्ञानिक निस्तारण के लिए शीशमबाड़ा में बनाया जा रहा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के निर्माण की मियाद पूरी हो चुकी है। लेकिन, अभी तक प्लांट नहीं बन पाया है। अब निगम के सामने सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आज से शहर का कूड़ा कहां डाला जाएगा। मालूम हो कि सहस्त्रधारा ट्रंचिंग ग्राउंड में निगम आज से कूड़ा डंप नहीं कर पाएगा, इसे लेकर स्थानीय लोगों के साथ निगम ने बाकायदा करार किया था।

फिर झेलना पड़ेगा विरोध

पिछले दिनों सहस्त्रधारा में कूड़े की बदबू से परेशान ग्रामीणों ने निगम के खिलाफ जमकर विरोध किया था। इसके बाद निगम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि किसी भी हाल में क् अगस्त से सहस्त्रधारा में कूड़ा डंप नहीं किया जाएगा और शहर का कूड़ा सीधे शीशमबाड़ा प्लांट में भेजा जाएगा। अब निगम अपना वादा पूरा नहीं कर पाया है, ऐसे में एक बार फिर ग्रामीणों का विरोध निगम को झेलना पड़ सकता है।

निरस्त हो जाएगा प्लांट

शीशमबाड़ा प्लांट का निर्माण कर रही रैमकी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर मोहित द्विवेदी का कहना है कि यदि आज से शीशमबाड़ा में कूड़ा डाला गया तो प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड कंपनी का प्रोजेक्ट ही निरस्त कर देगा। उन्होंने कहा कि प्लांट के निर्माण में अभी कम से कम तीन महीने और लगेंगे। इसी के बाद प्लांट में कूड़ा डाला जा सकेगा।

ब् करोड़ मिले, फ्0 करोड़ खर्च

कंपनी के मुताबिक प्लांट के लिए फ्म् करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। इसमें से निगम द्वारा ख्ख् करोड़ रुपए कंपनी को दिए जाने हैं जबकि क्ब् करोड़ की रकम कंपनी द्वारा खुद वहन की जानी है। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि निगम द्वारा अभी तक केवल चार करोड़ रुपए कंपनी को दिए गए हैं जबकि कंपनी द्वारा अभी तक फ्0 करोड़ से ज्यादा खर्च कर दिए गए हैं।

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अधिकारियों ने मुझसे आज तक का समय मांगा था, दावा किया था कि वे मामले को सुलझा लेंगे। यदि मामला नहीं सुलझा तो मैं अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करूंगा।

विनोद चमोली, मेयर

- यदि कंपनी द्वारा आज से कूड़ा नहीं लिया जाता तो कंपनी के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। कूड़ा न लेने पर कंपनी पर रोजाना ख्0 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।

रवनीत चीमा, मुख्य नगर आयुक्त