यूपी में बिजली का लोड बढ़ने से गहरा रहा है उत्तराखंड में बिजली संकट

-ग्रिड फेल होने से सेंट्रल पूल से मिलने वाली सप्लाई हो रही है प्रभावित

-शुक्रवार को फिर फेल हो गया दोपहर में ग्रिड

DEHRADUN : उत्तराखंड में जिस तरह आए दिन बिजली की समस्या बढ़ती जा रही है, उससे 'पॉवर स्टेट' कहलाने वाला यह हिल स्टेट बिजली की किल्लत के मामले में कहीं अपने पड़ोसी स्टेट यूपी जैसा ही न बन जाए। यूपी में बिजली का पहले से ही क्राइसेस चल रहा है, जो बढ़ती गर्मी के साथ हर दिन और तेज हो रहा है। वहां बढ़ रही बिजली की डिमांड किस तरह ग्रिड में पड़ोसी राज्यों को प्रभावित कर रही है, इसका नजारा फ्राइडे को उत्तराखंड ने ढाई घंटे तक कटौती के रूप में भुगतते हुए देखा। इससे पहले भी जिस तरह लगातार बिजली कटौती का नजारा इस समर सीजन में बार-बार दूनाइट्स को देखना पड़ा है, उससे यहां भी यूपी की तरह घंटों तक बिजली की राह ताकने वाले हालात बन सकते हैं।

फ्राइडे को भी यूपी ने कराया ग्रिड फेल

सेंट्रल पूल से उत्तराखंड को मिलने वाली बिजली नार्दर्न ग्रिड के द्वारा मिलती है। इसी ग्रिड से यूपी भी जुड़ा हुआ है। यूपी में बिजली की डिमांड बढ़ने से ग्रिड ओवरलोड होकर फेल हो जाता है और उत्तराखंड की बिजली भी कट जाती है। फ्राइडे दोपहर को भी अचानक लोड बढ़ने से ग्रिड फेल हो गया। जिसके चलते गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंडल में बिजली की मार लोगों को झेलनी पड़ी।

सहारनपुर में ट्रिप हुई ग्रिड की लाइन

फ्राइडे को ग्रिड फेल होने का कारण यूपी के सहारनपुर में ख्ख्0 केवी लाइन ट्रिप होना रहा। यह खोदरी से उत्तर प्रदेश जाती है और इसमें अचानक ट्रिपिंग आने से खोदरी जल विद्युत गृह बंद हो गया।

ख् घंटे तक उड़ी रही दून की बिजली

राजधानी दून में भी इसका असर रहा। करीब ख् घंटे तक पूरे शहर की बिजली व्यवस्था लड़खड़ा गई। खोदरी जल विद्युत गृह बंद होने से इसका सारा लोड माजरा क्फ्ख् केवी सबस्टेशन पर आ गया। जिससे यहां पोषित होने वाली सभी लाइनें भी ट्रिप हो जाने के कारण देहरादून शहर की बिजली आपूर्ति ठप पड़ गई। यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक एसएस यादव ने इसके बाद खुद मोर्चा संभालते हुए स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर पहुंचे और बिजली लोड बरेली काशीपुर ऋषिकेश-माजरा लाइन पर ट्रांसफर कराया गया। जिसके बाद देहरादून शहर में बिजली आपूर्ति बहाल हुई।

ऋषिकेश-श्रीनगर लाइन ने भी दिया सिरदर्द

दूसरी ओर करीब क्ख्.फ्0 बजे ऋषिकेश से क्0 किमी आगे क्फ्ख् केवी ऋषिकेश-श्रीनगर लाइन पर जंपर जल जाने के कारण ब्रेकडाउन आ गया। जिससे गढ़वाल मंडल के कई एरिया में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। करीब फ् बजे ये लाइन ठीक होने के बाद बिजली व्यवस्था बहाल हो पाई।

एमडी ने मांगी रिपोर्ट -

यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक एसएस यादव ने एनआरएलडीसी के निदेशक से फोन पर सारे मामले की जानकारी ली। साथ ही खोदरी-सहारनपुर लाइन पर फिर से ट्रिपिंग न आने देने के लिए सिस्टम बनाने का अनुरोध किया.साथ ही अधीक्षण अभियंता एसएलडीसी को इस पर रिपोर्ट सबमिट करने के निर्देश भी दिए।

पहले भी हो चुका है ऐसा-

इस सप्ताह में यह दूसरा मौका है, जब यूपी के लोड ने उत्तराखंड की बिजली गायब की है। इससे पहले भी कई बार यूपी में बिजली का लोड बढ़ने से उत्तराखंड की बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई है।

यहां भी रही कटौती-

देहरादून शहर में करीब दो घंटे बिजली गायब रहने के अलावा ग्रिड की फ्रीक्वेंसी गड़बड़ाने का असर हरिद्वार और उधम सिंह नगर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी ख् घंटे रहा। इसके अलावा गढ़वाल और कुमांऊ मंडल के छोटे शहरों में क्.फ्0 घंटे तक बिजली का शटडाउन रहा।

थर्सडे नाइट में भी रही किल्लत-

शहर के एक पूरे एरिया अजबपुर खुर्द, गणेश विहार, सरस्वती विहार, कार्गी, हरिद्वार बाईपास एरिया से जुड़े एरिया में बिजली की लाइनों में ट्रिपिंग थर्सडे नाइट में भी चलती रही। पिछले कुछ दिन से इन एरिया में लगातार बिजली का संकट बना हुआ है। वहीं एरिया के एसडीओ बीएस पंवार ने बताया कि पिटकुल द्वारा इन दिनों एनएच पर लाइनों को शिफ्ट करने का काम चल रहा है जिसके चलते यह समस्या आ रही है।

वर्जन-

सेंट्रल पूल से मिलने वाली बिजली ग्रिड के जरिए उत्तराखंड को मिल पाती है। लेकिन यूपी में लगातार बिजली का लोड बढ़ता जा रहा है जिसके चलते ग्रिड ओवर लोड होने पर कई बार फेल हो जाता है। ऐसे में उत्तराखंड में भी बिजली की दिक्तत पैदा हो जाती है।

-मधुसूदन इशर,प्रवक्ता,यूपीसीएल

उत्तराखंड और यूपी में क्या है बिजली की स्थिति-

उत्तराखंड में वर्तमान स्थिति-

डिमांड-ब्0 एमयू

उपलब्धता-फ्8.ख्8एमयू

कटौती-ख् एमयू

यूपी में स्थिति-

डिमांड-ख्00 एमयू

उपलब्धता-क्ख्0 एमयू

कटौती- करीब 80 एमयू के करीब

यूपी के इन शहरों में यह हैं हालात-

उत्तराखंड से सटे यूपी के शहर सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, रामपुर, मेरठ आदि शहरों में बमुश्किल प्रति दिन ख्ब् घंटो में क्0 से क्ख् घंटे ही बिजली मिल पा रही है। दिन और रात यहां बिजली का संकट रहता है।