शराब के लिए रुपये न मिलने पर मां को पीट-पीट कर मार डाला

-निगोहां के अहमदपुर खालसा में घटना से हड़कंप

-शराब पीने के लिये रुपये मांग रहा था कलियुगी बेटा

-बीच-बचाव करने पहुंचे पिता को भी जमकर पीटा

-आरोपी फरार, पुलिस तलाश में जुटी

LUCKNOW: जिस मां ने उसे नौ महीने तक पेट में रखा और पैदा होने के बाद तमाम दुख सहकर पाल-पोसकर बड़ा किया, वही बेटा अपनी मां का कातिल बन बैठा। निगोहां के अहमदपुर खालसा में हुई इस दर्दनाक घटना की वजह भी हैरान कर देने वाली है। आरोपी बेटा मां से शराब के लिये 55 रुपये मांग रहा था। रुपये देने से मना करने पर उसने मां को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। बीच-बचाव करने आए पिता को भी उस दरिंदे बेटे ने पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया और मौके से फरार हो गया। शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीणों को उसने गालियां देकर भगा दिया। सुबह ग्रामीणों की इंफॉर्मेशन पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। वहीं, बुजुर्ग पिता की तहरीर पर पुलिस ने बेटे के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।

नशे में धुत होकर घर पहुंचा था

निगोहां के अहमदपुर खालसा के रहने वाले किसान गोकुल रावत के इकलौता बेटा आशीष (22) शराब के नशे का आदी है। नशे की इसी लत की वजह से उसका गांव में अक्सर झगड़ा होता रहता है। गुरुवार शाम को भी आशीष शराब के नशे में गांव लौटा और पड़ोस में रहने वाले राजू से उसका झगड़ा हो गया। काफी देर तक चले हंगामे के बाद ग्रामीणों ने उसे समझा-बुझाकर घर भेज दिया। घर पहुंचने पर आशीष ने बुजुर्ग मां गुलाबा देवी से शराब पीने के लिये 55 रुपये मांगने लगा। मां ने उसे शराब पीने के लिये रुपये देने से इनकार कर दिया। मां से इनकार सुनकर आशीष भड़क उठा और उसने आंगन में पड़ी लाठी उठाकर मां की पिटाई शुरू कर दी।

पिता को भी जमकर पीटा

गुलाबा की चीख-पुकार सुनकर पिता गोकुल भी वहां आ पहुंचा। पर, गोकुल भी शराब के नशे में धुत था और वहां पहुंचते ही जमीन पर धराशायी हो गया। जमीन पर लेटे हुए ही वह वह आशीष से मां को छोड़ने की गुजारिश करने लगा। इस पर गुस्साया आशीष उस पर भी टूट पड़ा और लाठी से गोकुल की जमकर पिटाई कर दी। शोर-शराबा सुनकर आसपड़ोस के लोग वहां आ पहुंचे। लेकिन, आशीष ने उन्हें गालियां देकर धमकाते हुए वहां से भगा दिया। इधर, पिटाई से लहूलुहान मां गुलाबा वहीं आंगन में पड़ी तड़पती रही। जबकि, आशीष भी अपने कमरे में जाकर सो गया। सुबह 4 बजे जब गोकुल का नशा उतरा तो उसने गुलाबा को आवाज लगाई। लेकिन, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। गोकुल ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इस पर आशीष बाइक पर सवार होकर वहां से फरार हो गया। ग्रामीणों ने पुलिस को घटना की इंफॉर्मेशन दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया।

सूचना के बावजूद नहीं पहुंचा कॉन्सटेबल

इसी गांव के रहने वाले गिरीश मिश्र ने बताया कि गुरुवार रात जिस वक्त आशीष अपने माता-पिता के साथ मारपीट कर रहा था। उसी वक्त उन्होंने बीट कॉन्सटेबल अनूप को फोन कर इसकी इंफॉर्मेशन दी थी। पर, उसने उन्हें पुलिस कंट्रोल रूम कॉल करने की हिदायत देकर कॉल डिस्कनेक्ट कर दी। शुक्रवार सुबह आखिरकार दोबारा इंफॉर्मेशन देने पर पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा। ग्रामीणों का कहना था कि अगर सूचना मिलते ही कॉन्सटेबल अनूप आ गया होता तो गुलाबा को बचाया जा सकता था।

जमीन बेचने से मिली रकम से कर रहा था ऐश

गोकुल और गुलाबा के तीन बेटियां सीमा, राजकुमारी और केतकी जबकि एक बेटा आशीष है। तीनों बेटियों की शादी हो चुकी है। जबकि आशीष की भी एक साल पहले शादी कर दी थी। आशीष की शादी के बाद गोकुल ने गांव के बाहर स्थित अपनी 10 बिस्वा जमीन 11 लाख रुपये में बेची थी। जमीन बेचने से मिली रकम मिलते ही आशीष ने जमकर शराब पीना शुरू कर दिया था। इतना ही नहीं आशीष ने एक साल के भीतर एक-एक कर चार बाइकखरीदीं और कुछ समय चलाकर कीमत गिराकर बेच डालीं। अभी हाल ही में आशीष ने नई बाइक खरीदी थी और नशे में धुत होकर उसने इस बाइक में तोड़फोड़ कर दी थी।

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