-व्यापारी हत्याकांड में सीसीटीवी फुटेज की पड़ी थी जरूरत

-एसपी सिटी ने मांगी शहर में लगे सीसीटीवी की रिपोर्ट

GORAKHPUR: मौजूदा समय में क्राइम रोकने व इसकी जांच में सीसीटीवी का रोल काफी अहम होने के बाद सीएम सिटी में इसकी दरकार है। समय-समय पर पुलिस अधिकारियों ने इसके लिए कोशिश तो की, लेकिन फिर भूल गए। हाल ही में हुए व्यापारी हत्याकांड में जब पुलिस को सीसीटीवी फुटेज की जरूरत पड़ी तो इसकी अहमियत समझ में आई। सोमवार को एसपी सिटी ने शहर में लगे कैमरों की रिपोर्ट मंगाई है। एसपी सिटी ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों से जुड़ी योजना को अब परवान चढ़ाया जाएगा।

सबूत जुटाने में छूटे पसीने

कोतवाली एरिया के दीवान बाजार में 11 मई की रात बदमाशों ने व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी। लाखों रुपए नकदी लूटकर फरार हो गए। घटना की जांच में जुटी पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों का सहारा लिया। लोगों के घरों में लगे कैमरों की मदद से पुलिस बदमाशों की तलाश में लगी रही। रविवार को वारदात के पर्दाफाश के बाद व्यापारियों ने शहर में सुरक्षा बढ़ाने जाने की मांग उठाई। व्यापारियों ने कहा कि पूरे शहर को सीसीटीवी कैमरों की जद में लाया जाए। यह भी शिकायत सामने आई कि पुलिस चौकियों पर पूर्व में लगे कैमरे काम नहीं कर रहे हैं। व्यापारियों की डिमांड पर एसपी सिटी ने पहल की है। एसपी सिटी ने माना कि सीसीटीवी कैमरों के लग जाने के बाद क्राइम कंट्रोल में मदद मिलेगी। प्रदेश सरकार की इंट्रीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम योजना लागू होने के पूर्व पब्लिक के सहयोग से तीसरी आंख का सुरक्षा घेरा बनाया जाएगा।

यह हो रही है तैयारी

-पुलिस विभाग की ओर से सेंट्रल कंट्रोल रूम बनाया जाएगा।

-जिले के 24 थानों में 48 कैमरे लगाए जा चुके हैं। उसकी मॉनीटरिंग डीजीपी हेडक्वार्टर से होती है।

-शहर के विभिन्न इलाकों, मुख्य बाजारों, चौराहों की निगरानी के लिए हर जगह कैमरे लगवाए जाएंगे।

-सिटी के व्यापारियों की मदद से कैमरों की खरीदारी होगी। एक निजी फर्म को उनकी देखरेख का जिम्मा दिया जाएगा।

-सीओ, एसओ और चौकी प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में लगे कैमरों की सुरक्षा और देखभाल करेंगे।

यह आ रही परेशानी

- करीब डेढ़ साल पूर्व शहर के 25 चौराहों पर 46 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे।

- देखभाल, मेंटिनेंस के अभाव में ज्यादातर सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं।

- नगर निगम, पुलिस और अन्य विभागों के कोआर्डिनेशन के अभाव में आगे काम नहीं हो सका।

- पुलिस कंट्रोल रूम में मॉनिटर लगाकर पूरे शहर की निगरानी की योजना अधूरी रह गई।

- सीसीटीवी कैमरों से निगरानी को लेकर पुलिस कर्मचारी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।

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यहां होगी सीसीटीवी कैमरों की निगरानी

- शहर के सभी प्रमुख बाजार, भीड़भाड़ वाली जगह

- स्कूल, कॉलेज, सब्जी मार्केट और सरकारी अस्पताल

- व्यापारियों की रिहायशी कॉलोनियां, आसपास के चौराहे,

- व्यापारियों के आवागमन करने के प्रमुख रास्ते, संवेदनशील जगह।

- पूर्व में कम्यूनल विवाद के लिए चिन्हित मोहल्ले और चौराहे।

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यहां लगाए थे इतने कैमरे

असुरन चौक 04

हरिओम नगर तिराहा 04

नौसढ़ 03

घंटाघर 03

दीवानी कचहरी 03

विजय चौक 03

रेलवे बस स्टैंड 03

पैडलेगंज 03

टीपी नगर 02

कूड़ाघाट 02

नखास चौक 02

घासीकटरा 02

गणेश चौराहा 02

रेलवे कॉलोनी चौकी 02

मेडिकल कॉलेज पुलिस चौकी 02

जटेपुर गोलघर पुलिस चौकी 01

पादरी बाजार पुलिस चौकी 01

बेतियाहाता 01

शास्त्री चौक 01

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वर्जन

शहर को सीसीटीवी कैमरों से निगरानी किए जाने की जरूरत है। शहर की प्रमुख पुलिस चौकियों पर कैमरे लगाए गए थे। हमने उन सभी की ताजा रिपोर्ट मंगाई है। व्यापारिक संगठनों के लोगों से बातचीत चल रही है। जल्द ही इस योजना को अमलीजामा पहना दिया जाएगा।

- गणेश प्रसाद साहा, एसपी सिटी