एक्सक्लूसिव
- गर्मी की छुट्टियों में ट्रेनों में बढ़ने वाली यात्रियों की भीड़ से एडीजी रेलवे ने टीम का किया गठन
- कानपुर समेत एनसीआर जोन के सभी जीआरपी थाने में तेज तर्रार सिपाहियों की टीम होगी तैयार
KANPUR। गर्मी की छुट्टियों में ट्रेनों में यात्रियों की बढ़ने वाली भीड़ की सुरक्षा के लिए कानपुर समेत एनसीआर के सभी जीआरपी थानों में स्पेशल स्कॉर्ट टीम के गठन की तैयारी शुरू हो गई है। इस टीम में थाने के तेज तर्रार सिपाहियों का चयन किया जाएगा। जो सादी वर्दी में आम यात्रियों की तरह ट्रेनों में सफर कर संदिग्ध यात्री पर नजर रखेंगे।
अपराधियों के मंसूबे होंगे नाकाम
एडीजी रेलवे वीके मौर्य ने बताया कि गर्मी में ट्रेनों में भीड़ बड़ने पर अपराधियों की एक्टीविटी भी बढ़ जाती है। इन अपराधियों से निपटने के लिए स्पेशल स्कॉर्ट टीम का गठन किया जा रहा है। जिन ट्रेनों में अपराधिक घटनाएं अधिक होती है। उन ट्रेनों स्कॉर्ट सिपाहियों के अलावा दो सिपाही सादी वर्दी में स्पेशल स्कॉर्ट टीम के होंगे।
एसी कोचों में होगी विशेष नजर
जीआरपी अधिकारियों के मुताबिक बीते दो सालों में अपराधियों ने एसी कोचों में ज्यादा वारदातें की हैं। इस वजह से एसी कोचों में स्पेशल स्कॉर्ट टीम की विशेष नजर रहेगी।
स्टाफ की कमी जल्द होगी पूरी
एडीजी रेलवे वीके मौर्य ने बताया कि जीआरपी में स्टाफ की कमी को जल्द पूरा करने का प्रयास शासन कर रहा है। स्टाफ की कमी पूरी होते ही जिन ट्रेनों में स्कॉर्ट सिपाही नहीं होते वहां भी तैनाती की जाएगी।
16 जोड़ी ट्रेनों में चलता कानपुर का स्टाफ
कानपुर जीआरपी इंस्पेक्टर राम मोहन राय के मुताबिक कानपुर से 16 जोड़ी ट्रेनों में स्कॉर्ट चलता है। कुछ ट्रेनों में दो सिपाही व कुछ ट्रेनों में 4 स्कॉर्ट सिपाही भेजे जाते हैं।
अपराधों के लिए बदनाम हैं ये ट्रेनें
वैशाली एक्सप्रेस
गोरखधाम एक्सप्रेस
कामाख्या एक्सप्रेस
सियालदाह राजधानी
पटना राजधानी
कोटा-पटना एक्सप्रेस
अवध एक्सप्रेस
बिहार संपर्क क्रांति
ब्रम्हपुत्र एक्सप्रेस
रीवा एक्सप्रेस
अवध एक्सप्रेस
पुष्पक एक्सप्रेस
आंकड़े
16 ट्रेनों में चलता कानपुर का स्टाफ
12 ट्रेनों में होती अधिक अपराधिक घटनाएं
200 ट्रेनों में चलता अन्य जीआरपी व आरपीएफ का स्टाफ
कोट
गर्मी की छुट्टियों में ट्रेनों में भीड़ बढ़ जाती है। जिसकी वजह से अपराधियों की एक्टीविटी भी बढ़ जाती है। अपराधियों को दबोचने के लिए स्पेशल स्कॉट टीम का गठन किया जा रहा है।
वीके मौर्य, एडीजी रेलवे, उत्तर प्रदेश