-कबीरचौरा का मंडलीय हॉस्पिटल ई-हॉस्पिटल से होगा लैस, हैदराबाद की कंपनी को मिला वर्क ऑर्डर

-घर बैठे कटेगी OPD की पर्ची, मरीज के चेकअप का भी दर्ज होगा online रिकॉर्ड

VARANASI

राममनोहर लोहिया हॉस्पिटल नई दिल्ली की तर्ज पर श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय हॉस्पिटल कबीरचौरा का भी कायाकल्प होने जा रहा है। 45 दिन के अंदर पूरे हॉस्पिटल को इंटरनेट, कम्प्यूटर से लैस किया जाएगा। इससे मरीज न तो ओपीडी के लिए धूप में लंबी लाइन लगाकर पर्ची कटाने के लिए बाध्य होंगे और न ही उन्हें ओपीडी में डॉक्टर का इंतजार करना पड़ेगा। यही नहीं, पेशेंट्स का चेकअप यदि किसी अन्य हॉस्पिटल में कराने जाना है तो उसका पूरा रिकॉर्ड भी एक क्लिक पर सामने आ जाएगा। मंडलीय हॉस्पिटल को ई-हॉस्पिटल से लैस करने की जिम्मेदारी हैदराबाद की सॉफ्टवेयर बनाने वाली एक कंपनी को सौंपी गई है। इसके लिए बजट भी सीएमओ के पास आ चुका है। बताया जा रहा है कि एक सप्ताह के अंदर हैदराबाद से कंपनी की एक टीम भी हॉस्पिटल का इंस्पेक्शन करने पहुंचेगी।

कहीं भी जाएं, रिकॉर्ड साथ पाएं

मंडलीय हॉस्पिटल में यदि आपका इलाज फिजिशियन कर रहे हैं और अभी तक कौन-कौन सी दवाएं आपकी चलीं? जांचें कौन-कौन सी हुई? कितने दिन से चेकअप हो रहा है। इन सबकी डिटेल अब ऑनलाइन दर्ज होगी। यदि किसी दूसरे डॉक्टर्स को दिखाना है तो ऑनलाइन ओपीडी के जरिए डॉक्टर्स यह देख सकेंगे कि अभी तक आपका इलाज क्या-क्या हुआ? ओपीडी में पेशेंट की पूरी कुंडली दर्ज होगी।

टोकन से डॉक्टर देखेंगे पेशेंट

मंडलीय हॉस्पिटल के सभी ओपीडी कम्प्यूटर व इंटरनेट से लैस होंगे। ओपीडी में रजिस्ट्रेशन कराने वाले पेशेंट्स को टोकन के जरिए डॉक्टर्स देखेंगे। ओपीडी के बाहर डिस्प्ले बोर्ड भी लगाए जाएंगे। जिन पर अपना टोकन नंबर देख पेशेंट ओपीडी में चेकअप कराने पहुंचेंगे। इससे पहले दिखाए जाने को लेकर पेशेंट्स व डॉक्टर्स में आए दिन होनी वाली तकरार भी समाप्त होगी।

Online देख सकेंगे दवा

गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में अभी तक डॉक्टर्स पर सबसे अधिक तोहमत बाहर की दवा लिखने की लग रही है। ई-हॉस्पिटल से लैस होने के बाद यह तोहमतें भी लगनी बंद हो जाएंगी। क्योंकि डॉक्टर्स अपने ओपीडी में लगे कम्प्यूटर पर देख सकेंगे कि स्टोर में कौन-कौन सी दवाएं अवेलेबल हैं। वही दवाएं पेशेंट्स को पर्ची पर लिखेंगे। दवाएं नहीं अवेलेबल होने की स्थिति में हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन को डॉक्टर्स मेल भी कर सकेंगे।

यह सुविधाएं भी बढ़ेंगी

-हाई डिपेंडेंसी यूनिट

-सेंट्रली एसी

-फोर्थ क्लास स्टाफ के लिए आवास

-मॉड्यूलर किचन

-साफ-सफाई के लिए हाईटेक मशीनें

BHU अब तक अधूरा

ई-हॉस्पिटल से लैस होने की दिशा में बीएचयू में सालों से कार्य हो रहा है। ओपीडी की पर्ची के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का प्रॉसेस काफी महीनों से चल रहा है लेकिन अभी तक शुरुआत नहीं हो सकी है। जबकि बीएचयू में ओपीडी की पर्ची के लिए भोर से ही लंबी लाइन लगनी शुरू हो जाती है जो दोपहर तक देखने को मिलती है।

ई-हॉस्पिटल के लिए बजट सीएमओ ऑफिस में पहुंच चुका है। हैदराबाद की कंपनी इधर बीच ही हॉस्पिटल का इंस्पेक्शन करके वर्क शुरू करने वाली है। कम्प्यूटर और इंटरनेट से सभी ओपीडी लैस होंगे।

डॉ। अरविंद सिंह, एमएस

मंडलीय हॉस्पिटल, कबीरचौरा

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बेड हैं मंडलीय हॉस्पिटल में

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ओपीडी हैं यहां

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मरीज हर रोज ओपीडी के लिए कटाते हैं पर्ची

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प्रकार की जांचें हैं यहां फ्री

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रुपये में होता है हर रोग का इलाज

प्वाइंट टू बी नोटेड

-पूर्वाचल सहित बिहार, एमपी तक के पेशेंट्स आते हैं यहां चेकअप के लिए

-जून माह में सीएम योगी ने इंस्पेक्शन के दौरान दिए थे ई-हॉस्पिटल से लैस करने के संकेत

-एनएचएम के तहत पास हुआ है बजट