-फ्लाइंग स्क्वॉड ने तीन नकलची अब तक यूपी बोर्ड एग्जाम पकड़े

- डीएम ने नई व्यवस्था के तहत हर सेंटर पर तैनात किए थे स्टेटिक मजिस्ट्रेट

>BAREILLY: यूपी बोर्ड एग्जाम में नकल रोकने की लाख कोशिशों के बावजूद सेंटर्स पर धड़ल्ले के साथ नकल हो रही है। जबकि इस बार डिस्ट्रिक्ट लेवल पर डीएम ने नकल रोकने के लिए नई व्यवस्था करते हुए सभी सेंटर्स पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की थी लेकिन स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी नकल रोकने में असफल साबित हो रहे हैं और सेंटर्स पर फ्लाइंग स्क्वॉड नकलचियों को पकड़ रहा है।

134 सेंटर्स पर चल रहे हैं एग्जाम

हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के एग्जाम 16 मार्च से 134 सेंटर्स पर होने स्टार्ट हुए। एग्जाम की शुचिता बनी रहे, इसलिए डीआईओएस ऑफिस ने शहर को नौ जोन और 30 सेक्टर में बांटा। हर सेक्टर में अधिक से अधिक 10 सेंटर को रखा गया है। वहीं, केन्द्र व्यवस्थापक मनमानी नहीं कर पाएं, इसलिए डीएम सुरेन्द्र सिंह ने हर सेंटर पर एक-एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किया, लेकिन स्टेटिक मजिस्ट्रेट की लापरवाही के चलते सेंटर पर नकल चल रही है।

अब तक पकड़े तीन नकलची

स्टेटिक मजिस्ट्रेट भले ही नकल करने से इनकार कर रहे हो, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। फ्लाइंग स्क्वॉड स्टेटिक मजिस्ट्रेट की लापरवाही की पोल खोल रहे हैं। जेडीई शिव प्रसाद द्विवेदी में मझगवां ब्लॉक के किसान प्रताप इंटर कॉलेज में छापा मारा था। जेडीई को एक सब्जेक्ट टीचर इंटरनल फ्लाइंग स्क्वॉड में मिला। थर्सडे को डीआईओएस मुन्ने अली ने नवदिया झांदा के कृष्णा आदर्श इंटर कॉलेज में एक छात्रा को फिजिक्स के पेपर में नकल करते हुए पकड़ा। वहीं, जीआईसी के प्रिंसिपल रामपाल यादव ने केडीईएम कॉलेज पर छापा मारा। दो स्टूडेंट्स अनुचित साधन के माध्यम से क्वेश्चन का आंसर दे रहे थे।

एग्जाम की शुचिता बनी रहे। इसलिए स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की थी, लेकिन इसके बाद भी कुछ सेंटर्स से नकलची पकड़े गए हैं और कई जगह शिकायतें आ रही हैं।

मुन्ने अली, डीआईओएस