GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में तैनात संविदा कर्मी तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे और प्रिंसिपल कार्यालय पर प्रदर्शन किया। हालांकि प्रिंसिपल ने कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़े रहे। हड़ताल के कारण ओटी पूरी तरह से ठप रही। एक भी क्रिटिकल ऑपरेशन नहीं हुए। इसके चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

बीआरडी मेडिकल कॉलेज संविदा कर्मचारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष अम्बुज नाविक व उपाध्यक्ष कंचन लता दुबे ने कर्मचारियों के साथ हो रहे अन्याय को लेकर शासन से मामले में हस्ताक्षेप कर न्याय की गुहार लगाई है। शुक्रवार को भी संविदा कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर रहे। इस वजह से ट्रामा सेंटर में भर्ती मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कर्मचरियों का कहना है कि 6 फरवरी 2016 के शासनादेश के तहत जिन चिकित्सा शिक्षकों की उम्र 65 वर्ष की गई है उस परिधि में डॉ। बीएन त्रिपाठी नहीं आते हैं। इम मामले में सरकार से संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि प्रदेश व केंद्र सरकार के समझौते के तहत ट्रामा सेंटर में कार्यरत कर्मचारियों को रेगुलर पदों पर समायोजित किया जाए।