पटना: क्लास के दौरान होमवर्क न करने पर एक बच्चे की पिटाई करना शिक्षक को महंगा पड़ गया। नालंदा जिले के नूरसराय थाना के परासी गांव की पंचायत ने बच्चे की पिटाई के बदले शिक्षक पर दस लाठी बरसाने का दंड सुनाया। दूसरे पक्ष को यह सजा कम लगी और उन्होंने शिक्षक पर चाकू से हमला कर दिया गया। हालांकि पुलिस ने इसे प्रेम-प्रसंग से जुड़ा मामला करार दिया है।

 

सदर अस्पताल में इलाज करा रहे परासी गांव निवासी शिक्षक राहुल कुमार की मानें तो बुधवार को उन्होंने रमेश मालाकार के पुत्र को होमवर्क नहीं करने पर दंडित किया था। जब बालक के पिता को इसकी जानकारी मिली तो वे बिना कुछ सोचे समझे को¨चग पहुंचे और मेरी जमकर पिटाई कर दी। बालक की पिटाई के आरोप में अगले दिन गुरुवार को उसे सजा दिलाने के लिए गांव में दस-दस लोगों की पंचायती लगाई गई। पंचायती में मेरे चाचा ने कहा कि यदि मैंने बालक की पिटाई करने की गलती की है तो इसके बदले वे खुद मुझे दस डंडे मारेंगे। पंचायत के फैसले के बाद भरी सभा में उसे दस लाठी मारी गई। इतने से भी मन नहीं भरा तो रमेश मालाकार के भांजे गौतम कुमार ने कहा कि इतनी कम सजा से काम नहीं चलेगा। इसे हम सजा देंगे। इतना कहते हुए उसने चाकू निकाल कर प्रहार कर दिया और शरीर के छह हिस्सों को गोद कर जख्मी कर दिया।

 

प्रेम-प्रसंग का मामला बताया

इधर, नूरसराय थानाध्यक्ष सुनील कुमार निर्झर के अनुसार परासी गांव में मामले के अनुसंधान के क्रम में पता चला है कि कोचिंग शिक्षक की पिटाई प्रेम-प्रसंग में हुई है। वे बुधवार की रात गांव के एक मकान में गलत नीयत से घुस गए थे। शोर होने पर लोगों ने उसे पकड़ लिया। बाद में ग्रामीणों के हस्तक्षेप के बाद गांव में गुरुवार की सुबह पंचायती बुलाई गई। पंचायती के दौरान दोनों पक्षों में भिड़ंत हो गई। एक पक्ष के लोगों ने चाकू से प्रहार कर दिया जिसमें शिक्षक राहुल कुमार घायल हो गया। दोनों ओर से थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है।

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