-पूरे बवाल से नाराज सीएम ने डीएम और एसएसपी का किया तलब

- गाड़ी के आगे लेटे छात्र नेता, पुलिस ने उपद्रवी छात्रों को हिरासत में लिया

- बोले सीएम-वामपंथियों की मानसिकता दूषित, वैचारिक लड़ाई से जीतेंगे

समारोह में आते समय कुछ लड़के विरोध कर रहे थे कि हिन्दवी स्वराज्य नाम क्यों रखा गया। इस पर मुझे स्वामी विवेकानंद की बात याद आ गई कि जिस कौम को अपने इतिहास की जानकारी न हो, वो अपनी भूगोल की रक्षा भी नहीं कर सकती।

-योगी आदित्यनाथ, सीएम

LUCKNOW:

लखनऊ यूनिवर्सिटी में 'हिन्दवी साम्राज्य दिवस' समारोह में हिस्सा लेने जा रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गवर्नर रामनाईक के काफिले को गेट नंबर एक पर समाजवादी छात्रसभा से जुड़े छात्रों ने रोककर जमकर नारेबाजी की काले झंडे दिखाए। अचानक हुए बवाल से सकते में आई पुलिस ने आनन-फानन में उपद्रवी छात्रों को लाठियां फटकारते हुए खदेड़ दिया। दर्जनभर से अधिक छात्रों को हिरासत में भी लिया गया है। पूरे घटनाक्रम से नाराज मुख्यमंत्री ने लखनऊ के डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी दीपक कुमार को तलब कर जवाब-तलब किया है। बाद में प्रोग्राम के दौरान मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि कुछ लोग हिन्दवी स्वराज्य दिवस के विरोध को लेकर सड़कों पर हिंसक प्रदर्शन करने तक को तत्पर दिखाई दे रहे हैं। समारोह में आते समय कुछ लड़के विरोध कर रहे थे कि हिन्दवी स्वराज्य नाम क्यों रखा गया। इस पर मुझे स्वामी विवेकानंद की बात याद आ गई कि जिस कौम को अपने इतिहास की जानकारी न हो, वो अपनी भूगोल की रक्षा भी नहीं कर सकती।

वामपंथियों ने दिया अंग्रेजों का साथ

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवाजी महाराज महान थे, अकबर महान नहीं था। बोले कि राष्ट्रधर्म से बढ़कर कोई धर्म नहीं है लेकिन आज विदेशी जूठन पर पले बढ़े लोग इतिहास को विकृत कर रहे हैं। जो इस देश की संस्कृति को छिन्न -भिन्न करने में ताकत लगायी थी, उनका महिमामंडन किया जा रहा है। इतिहास गवाह है कि स्वाधीनता की लड़ाई में वामपंथियों ने अंग्रेजों का साथ दिया था। 1962 की लड़ाई में भी इन लोगों ने चीन का साथ दिया था। अब समय आ गया है कि देश की संस्थाएं इन दूषित मानसिकता से ग्रसित लोगों के खिलाफ वैचारिक लड़ाई शुरू करें। जिस दिन देश का स्वाभिमान जागेगा, उस दिन समाज को तोड़ने वालों के नीचे कोई धरातल नहीं रहेगा। ये लोग भारत को तोड़ने की फिराक में हैं। उग्रवाद नक्सलवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि यूपी सरकार महाराष्ट्र सरकार के साथ मिलकर सांस्कृतिक आदान प्रदान करेगी। मराठी भाषा की एक बेंच लखनऊ विश्वविद्यालय में भी स्थापित की जायेगी।

यूपी और महाराष्ट्र का पुराना नाता

राज्यपाल राम नाईक ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि शूरवीरों में शिवाजी का पहला नाम आता है। वह महिलाओं का सम्मान करते थे चाहे वह विरोधी पक्ष की क्यों न हों। बोले कि यूपी और महाराष्ट्र का रिश्ता काफी पुराना है। शिवाजी पर राजा का स्टैम्प लगाने का काम काशी के विद्धान ने किया। भगवान राम ने अपने वनवास काल में नासिक के पंचवटी में सबसे अधिक समय व्यतीत किया।

संघषरें का इतिहास

डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का संघषरें का इतिहास रहा है। छदम इतिहासकारों ने भारत के इतिहास को तोड़ मरोड़कर पेश किया और कहा कि भारत का इतिहास दासता का इतिहास है। डा.शर्मा ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने समाज के सभी वगरें के लोगों को संगठित कर हिन्दू साम्राज्य की नींव डाली थी। वहीं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि 1947 के बाद जो लोग सरकार में आये वह संस्कारों को भूल गये। कार्यक्रम की प्रस्तावना कुलपति प्रो। एसपी सिंह ने की। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री डॉ। रीता बहुगुणा जोशी, विधायक सुरेश श्रीवास्तव, विधायक नीरज बोरा समेत भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।

14 स्टूडेंट्स हिरासत में

बवाल करने वाले 14 छात्र-छात्राओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। छात्र छात्राओं को हसनगंज और महानगर कोतवाली भेज दिया गया है। प्रदर्शन की अगुवाई सपा छात्रसभा के सचिव व छात्र नेता अनिल यादव (मास्टर) ने की। अनिल ने बताया कि योगी का यह कार्यक्रम गरीब छात्रों के फीस से हो रहा है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस कार्यक्रम के लिए करीब 25 लाख रुपए छात्रों के बजट से खर्च किए हैं। यह पूरी तरह से मिसयूज है।

हिरासत में

- अनिल यादव (मास्टर)

- अंकित

- दिनेश कुशवाहा

- अशोक प्रधान

- माधुरी सिंह

- महेंद्र यादव

- सतवंत सिंह

- अपूर्वा वर्मा

- पूजा

- राकेश समाजवादी

स्टूडेंट्स शांतिपूर्वक अपना विरोध दर्ज करा रहे थे, ये उनका संवैधानिक हक भी है। प्रदर्शनकारी सिर्फ सीएम तब अपनी बात पहुंचाना चाहते थे।

राजेंद्र चौधरी, सपा प्रवक्ता