-बेसिक शिक्षा विभाग के हाउस होल्ड सर्वे में 726 छोड़ी पढ़ाई
-घरेलू कामकाज, भाई-बहनों की देखरेख समेत 18 बिन्दुओं पर सर्वे
<-बेसिक शिक्षा विभाग के हाउस होल्ड सर्वे में 7ख्म् छोड़ी पढ़ाई
-घरेलू कामकाज, भाई-बहनों की देखरेख समेत क्8 बिन्दुओं पर सर्वे
BAREILLY BAREILLY :
सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेश के हर बच्चे स्कूल पहुंचाने के लिए विधायक से लेकर प्रधान तक पाती लिख चुके हैं, इस बीच शिक्षा विभाग के हाउस होल्ड सर्वे की रिपोर्ट चौंकाने वाली है। बरेली में स्कूल छोड़ने वाले बच्चों का आंकड़ा पिछले वर्ष से बढ़ गया। सर्वे में 7ख्म् बच्चों के स्कूल छोड़ने का खुलासा हुआ। इन बच्चों ने घर चलाने की मजबूरी में स्कूल छोड़ दिया। कोई परिवार चलाने के लिए मजदूरी करने लगा तो कोई मां बाप का पैतृक काम में हाथ बंटाने लगा। किसी के कंधों पर छोटे भाई बहन की देखभाल का जिम्मा आ गया तो किसी गरीबी के चलते स्कूल से मुंह मोड लिया। सर्वे की रिपोर्ट ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्टूडेंट्स को फ्री में बुक्स, ड्रेस और एमडीएम सरीखे तमाम प्रयासों को नाकाफी साबित कर दिया। अब देखना यह है कि सरकार अलगे क् जुलाई से स्कूल चलो अभियान के जरिए क्या इन बच्चों को वापस स्कूल की चौखट तक ला पाएगी?
शासन के निर्देश पर हुआ सर्वे
प्रदेश में जिलेवार गवर्नमेंट, एडेड और सेल्फ फाइनेंस स्कूल से कितने बच्चों का एडमिशन नहीं है जानने के लिए सरकार ने सभी बीएसए के निर्देशन में क्भ् जून तक हाउस होल्ड सर्वे कराया था। स्कूल छोड़ने वाले बच्चों का बेसिक शिक्षा विभाग ने कुल क्8 बिंदुओं घर का काम, ईट भट्ठों, खदानों पर काम करना, गैराज, फैक्ट्री में कार्य करना, कृषि व्यवसाय, पुश्तैनी दस्तकारी, होटल, ढाबों, भाई, बहनों की देखभाल, विद्यालय दूर होने, गरीबी, गरीबी और गंभीर विकलांगता पर सर्वे कराया। सर्वे रिपोर्ट में 7ख्म् बच्चों का किसी भी स्कूल में एडमिशन नहीं मिला। वहीं, लास्ट ईयर यह आंकड़ा ख्9म् बच्चों का था।
आंकड़े
स्कूल नहीं जाने का कारण बच्चों की संख्या
घर के कार्यो में लगे फ्0क्
भाई बहनों की देखभाल करना म्0
विद्यालय दूर होना म्7
गंभीर विकलांगता भ्क्
कृषि व्यवसाय ब्8
पुश्तैनी दस्तकारी फ्ख्
ईट भट्ठों, खदानों में काम भ्
गैराज और फैक्ट्री में काम ब्
होटल ढाबों पर काम क्
गरीबी क्ब्
अन्य क्ब्फ्
वर्जन
हाउस होल्ड सर्वे में पता चला कि 7ख्म् बच्चे शिक्षा से दूर हैं। इन स्टूडेंट्स को अवेयर किया जाएगा कि वह स्कूल में एडमिशन कराएं। एक जुलाई से स्कूल चलो रैली कार्यक्रम शुरू होने वाला है।
चंदना यादव, बीएसए