- गोरखपुर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने पीएमओ में की शिकायत

- स्टूडेंट्स ने पीएम से लगाई खेलने के मैदान की गुहार

- वहीं बुनियादी सुविधाओं की सच्चाई से भी कराया रूबरू

GORAKHPUR प्रधानमंत्री जी, आपकी सोच और ऊर्जा हर भारतीय नौजवान को अच्छा करने के लिए बाध्य करती है। हम सब युवा भी पूरी कोशिश कर रहे हैं कि आपकी विश्वगुरू बनने की परिकल्पना को सच किया जाए। पर हम संसाधनों की कमी के कारण ऐसा न कर पाने को मजबूर हैं। यह शिकायत प्राइम मिनिस्टर के ऑफिशियल पोर्टल पर गोरखपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स ने की है। उन्होंने आगे अव्यवस्थाओं का जिक्र करते हुए शिकायती पत्र में लिखा है कि हम गोरखपुर विश्वविद्यालय के विद्यार्थी संसाधन विहीन हैं। आपको यह जानकर थोड़ा आश्चर्य होगा कि हमें दिन भर में पीने के लिए जरूरी चार लीटर पानी भी मयस्सर नहीं है। पुस्तकालय में किताबें हैं ही नहीं और जो हैं भी वह पुराने संस्करण की हैं। विद्यार्थी सही ढंग से शिक्षा कैसे हासिल करें।

लिखी लंबी चौड़ी आप-बीती

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने पीएम के ऑफिशियल पोर्टल पर जमकर अपनी भड़ास निकाली है। पिछले कुछ माह से बेपटरी हुई यूनिवर्सिटी की गाड़ी का जिक्र करते हुए स्टूडेंट्स ने बताया कि किस तरह से उन्हें बिजली के लिए कई-कई रातें अंधेरे में रहकर काटनी पड़ी है, वह भी तब जब उनके एग्जाम सिर पर थे, वहीं पानी की व्यवस्था के बारे में भी शिकायत करते हुए उन्होंने यूनिवर्सिटी की वॉटर सप्लाई व्यवस्था की भी पोल खोली है। इतना ही नहीं यूनिवर्सिटी कैंपस में मिलने वाली सुविधाओं और टीचर्स की कमी से हो रही प्रॉब्लम को भी उन्होंने अपने शिकायती लेटर में शामिल किया है।

यूनिवर्सिटी में प्रोग्राम की भी शिकायत

'गोरखपुर यूनिवर्सिटी का एक मात्र स्टेडियम रैली के लिए हर हफ्ते बुक करके रखा हुआ है। अभी चार दिन हुए गोरखपुर महोत्सव के लिए लोगों ने टेंट निकाले, अब फिर किसी रैली के लिए दूसरा टेंट लगकर खड़ा हो गया है। विद्यार्थी खेलने के लिए कहां जाएं। हम लाचार हैं, मदद करिए आप ही हम सब की आशा हैं.' यह एक और गुहार है, जो गोरखपुर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने देश के मुखिया पीएम नरेंद्र मोदी से लगाई है। गोरखपुर यूनिवर्सिटी के मनमाने रवैये से परेशान स्टूडेंट्स को जब लगातार बुनियादी सुविधाओं में रोड़ा नजर आने लगा, तो उन्होंने इसकी शिकायत पीएमओ में कर डाली।