-गलत तरीके से सस्पेंसन पर दिखाई नाराजगी

-मेडिकल प्रशासन ने सही से ड्यूटी न करने का लगाया आरोप

मेरठ। मेडिकल कॉलेज में 25 नर्सिग संविदा कर्मियों को सस्पेंड करने पर विवाद खड़ा हो गया। सस्पेंड कर्मचारियों ने इकठ्ठा होकर मेडिकल प्रशासन पर गलत तरीके से निलंबन का आरोप लगाया। वहीं मेडिकल प्रशासन ने निलंबित कर्मचारियों द्वारा ठीक तरह से नौकरी न करने की बात कर कार्रवाई की बात कही।

क्या है मामला

लखनऊ से अवनि परिधि में कार्यरत स्टाफ सरदार वल्लभ भाई पटेल हॉस्पिटल में अप्रैल माह से आउटसोर्सिंग पर कार्यरत हैं। हॉस्पिटल मैनेजमेंट के अनुसार ये कर्मचारी वार्ड, सिटी स्कैन, लेबर रूम, ब्लड बैंक, इमरजेंसी आदि में तैनात हैं। शुक्रवार को कुछ कर्मचारियों ने मेडिकल इमरजेंसी के पास इकठ्ठा होकर नारेबाजी शुरू कर दी। कर्मचारियों का आरोप था कि मेडिकल प्रशासन ने 25 कर्मचारियों का गलत तरीके से निलंबन कर दिया है। कर्मचारियों ने निलंबन वापस न होने पर हड़ताल की चेतावनी दी है।

उदासीनता का आरोप

नर्सिंग स्टाफ की अध्यक्षा अर्चना द्विवेदी ने बताया कि स्टाफ में 128 लोग हैं। जिसमें से 20-25 लोग पिछले कुछ दिनों से सही तरह से काम नहीं कर रहे हैं। चेतावनी के बाद भी कर्मचारियों की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं आया, जिसके चलते सजा के रूप में कर्मचारियों को अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया गया है। उधर, कर्मचारियों ने वेतन समय पर न दिए जाने का मुद्दा भी उठाया।

बिगड़ी मेडिकल की व्यवस्था

नर्सिंग स्टाफ दूसरे दिन भी हड़ताल से मेडिकल की व्यवस्था चरमराई रही। हड़ताल के कारण लेबर रूम, बाल रोग विभाग, सर्जरी व आर्थो आदि वाडरें समेत सिटी स्कैन, ब्लड बैंक और इमरजेंसी आदि प्रभावित रहे।

कुछ कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं आ रहे थे। चेतावनी के बाद भी कर्मचारियों ने अपना रवैया जस का तस रखा। ऐसे कर्मचारियों को पनिशमेंट दिया गया था। मेडिकल प्रशासन से इनको बहाल करने के बारे में बात की जाएगी।

-अर्चना द्विवेदी, अध्यक्ष नर्सिग स्टॉफ अवनि परिधि