RANCHI: सदर हास्पिटल में रविवार को अचानक से इमरजेंसी के साथ ही हास्पिटल की लाइट और पंखे भी खराब हो गए। इससे दिन में ही हास्पिटल अंधेरे में डूब गया। गर्मी काफी होने की वजह से मरीजों की हालत खराब हो गई। परिजनों ने इस बारे में सुपरवाइजर को खबर भी की, लेकिन घंटों कोई भी देखने तक नहीं आया। ऐसे में नर्सो को भी अंधेरे में ही अपने काम निपटाने पड़े। वहीं, डॉक्टरों के चैंबर में लाइट की सप्लाई होती रही।

इमरजेंसी के सभी पंखे बंद

हास्पिटल में जेनरल और इमरजेंसी वार्ड में चार-चार पंखे लगे हुए हैं। जिसमें से इमरजेंसी वार्ड के सभी पंखे बंद पड़े थे। जबकि वहां पर कोई लाइट भी नहीं जल रही थी। वहीं जेनरल वार्ड में केवल दो पंखों के सहारे दर्जनों मरीज थे। हालांकि वहां पर एक लाइट जलने के कारण लोगों को थोड़ी राहत थी।

लाइट नहीं होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। भीषण गर्मी में मरीजों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। इसके बारे में कहा भी गया लेकिन कोई सुनने वाला ही नहीं है। गर्मी में रहने के अलावा और कोई चारा भी नहीं है। आखिर हमलोग इलाज कराने के लिए आए हैं।

डिलेंगो

हास्पिटल में मरीजों के लिए तो ढंग से व्यवस्था होनी चाहिए। काफी देर से न पंखा चल रहा है और न लाइट जल रही है। आखिर प्रबंधन को मरीजों की चिंता नहीं है क्या। कहीं बिल बचाने के लिए पंखे और लाइट को बंद तो नहीं कर दिया गया है। सब घपला करने के लिए बैठे हुए हैं।

गोविंद महतो

काफी देर से पंखा चल नहीं रहा है। मरीज को लेकर बाहर भी नहीं जा सकते है। गर्मी में रहने के अलावा कोई चारा नहीं है। कम से कम लाइट और पंखा तो चालू कराने की जरूरत है। सबसे ज्यादा परेशानी तो दवा और इंजेक्शन के वक्त होती है। बस अंदाज पर ही नर्स इंजेक्शन देकर चली गई।

पम्मी देवी