- तीन आईएएस और एक आरटीओ के ठिकानों पर इनकम टैक्स का छापा

- काली कमाई से आईएएस ने बनाए कई मकान, लाखों रुपये की नकदी बरामद

Fact FILE

- 6 शहर

-22 ठिकाने

-22 टीम

- 3 आईएएस

- 1 आरटीओ

- 150 आईटी अफसरों की टीम

- 250 से ज्यादा पुलिसकर्मी शामिल

निशाने पर

Hriday Shankar Tewari, Director Health: आठ ठिकाने खंगाले

S K Singh, Special secretary- prisons: छह ठिकानों पर रेड

V K Sharma, Additional CEO of Greater Noida Authority

Mamta Sharma, Regional Transport Officer (RTO): आठ ठिकानों पर छापा

LUCKNOW@next.co.n

LUCKNOW(24 May):

काली कमाई करने वाले नौकरशाहों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने नकेल कसना शुरू कर दिया है। बुधवार को तीन आईएएस और मेरठ में तैनात आरटीओ के ख्ख् ठिकानों पर आईटी डिपार्टमेंट ने छापेमारी कर करोड़ों की काली कमाई का पता लगाया है। ख्ख् टीमों ने आज दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, मेरठ, बागपत, मैनपुरी और ग्रेटर नोएडा में छापेमारी के दौरान आईएएस अफसरों के ठिकानों से लाखों रुपये की नगदी बरामद की है। बड़े पैमाने पर संपत्तियों के दस्तावेज और बैंक लॉकर का भी पता चला है। जिन तीन आईएएस अफसरों के ठिकानों पर छापा मारा गया है उनमें विशेष सचिव कारागार सत्येंद्र कुमार सिंह, डायरेक्टर हेल्थ हृदय शंकर तिवारी और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के एडिशनल सीईओ विमल कुमार शर्मा शामिल हैं। वहीं मेरठ में आरटीओ विमल कुमार शर्मा की पत्‍‌नी ममता शर्मा के आवास को भी खंगाला गया है।

एसके सिंह ने कमाई अकूत दौलत

विशेष सचिव कारागार के पद पर तैनात प्रमोटी आईएएस एसके सिंह के लखनऊ और नोएडा स्थित छह ठिकानों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी की। इसमें नोएडा में दो मकान, एक दुकान और लखनऊ में तीन मकान शामिल हैं। लखनऊ में विपुल खंड स्थित एसके सिंह के आवास के अलावा एक और मकान भी खंगाला गया जिसमें किडजी स्कूल संचालित हो रहा था। गोमतीनगर विस्तार स्थित उनके एक और मकान पर इंकम टैक्स अधिकारी छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दे रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी में करीब तीस लाख रुपये नगद बरामद किया जा चुका था जबकि बाकी कैश की गिनती जारी थी। उनके एक बैंक लॉकर का भी पता चला है और तमाम संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले हैं जिनमें कई बेनामी होने की संभावना जताई जा रही है। मालूम हो कि एसके सिंह हाल ही में पीसीएस से आईएएस बने हैं। कुछ दिन पहले वह ट्रेनिंग के लिए मसूरी स्थित आईएएस प्रबंधन अकादमी भी गये थे।

लाखों लाख रुपये नगद बरामद

आईएएस हृदय शंकर तिवारी के लखनऊ, मेरठ, बागपत, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली में आठ ठिकानों का पता चलने पर इंकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी की, इनमें तीन ठिकाने लखनऊ के हैं। इनमें गोमतीनगर के विभूति खंड स्थित मकान, एल्डिको ग्रीन में एक मकान और देवा रोड पर आलीशान फार्म हाउस शामिल है। इंकम टैक्स की टीम ने उनके आवास से 90 लाख रुपये से ज्यादा की नगदी भी बरामद की है। उनके दो बैंक लॉकर्स का भी पता चला है जिनमें बड़े पैमाने पर नगदी होने की संभावना जताई जा रही है। इंकम टैक्स डिपार्टमेंट जल्द ही इन लॉकरों को खोलने की कवायद करेगा। छापेमारी के दौरान कई ऐसे दस्तावेज भी बरामद हुए हैं जिनमें करोड़ों रुपये का जमीनों में निवेश के प्रमाण हैं। ध्यान रहे कि हृदय शंकर तिवारी लखनऊ में स्वास्थ्य निदेशालय में डायरेक्टर हेल्थ के पद पर तैनात हैं। वे बागपत के डीएम भी रह चुके हैं। इनकम टैक्स की टीमों ने बागपत कलेक्ट्रेट में तैनात स्टेनो, पूर्व नाजिर, दो खनन ठेकेदारों और एक रिटायर्ड आईएएस का घर भी खंगाला है।

पति-पत्‍‌नी दोनों फंसे

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में एडिशनल सीईओ के पद पर तैनात आईएएस विमल कुमार शर्मा और मेरठ में आरटीओ के पद पर तैनात उनकी पत्‍‌नी ममता शर्मा के आठ ठिकानों पर भी इंकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी की है। मेरठ, नोएडा और मैनपुरी स्थित उनके ठिकानों को आज सुबह इनकम टैक्स और पुलिस ने घेर लिया। फिरोजाबाद और गाजियाबाद में डीएम रह चुके विमल कुमार शर्मा के खिलाफ बड़े पैमाने पर काली कमाई जुटाने की शिकायत पर कार्रवाई की गयी है। खबर लिखे जाने तक आठों ठिकानों पर इंकम टैक्स की टीमें छापेमारी कर रही थी और विमल कुमार शर्मा के नौकर के कमरे से ख्भ् लाख रुपए नगदी बरामद की गयी है। वहां से बरामद नकदी और दस्तावेजों की सूची तैयार की जा रही थी।

बॉक्स

विवादों में घिरे रहे हैं एसके सिंह

इनकम टैक्स के राडार पर आए विशेष सचिव कारागार एसके सिंह का नाम पहले भी कई विवादों में सामने आ चुका है। उनके खिलाफ गंभीर शिकायतें मिलने के बाद इनकम टैक्स विभाग ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की। स्वास्थ्य विभाग में भी तैनात रहे चुके एसके सिंह को उस दौरान तत्कालीन परिवार कल्याण मंत्री व एनआरएचएम घोटाले के मुख्य आरोपी बाबू सिंह कुशवाहा का करीबी माना जाता था। एनआरएचएम घोटाले की सीबीआई जांच में उनका नाम भी सामने आया था लेकिन सीबीआई उनके खिलाफ कोई पुख्ता सुबूत नहीं जुटा सकी। इंकम टैक्स की कार्रवाई में उनके पास करोड़ों रुपये की काली कमाई मिलने के बाद सीबीआई जांच पर भी सवाल उठने लगे है। वहीं कानपुर में एडीएम के पद पर तैनात रहने के दौरान भी उनका नाम कई विवादों में सामने आया। वहां से हटाए जाने के बाद देर रात कलेक्ट्रेट में जाकर पुरानी फाइलों को खंगालने का आरोप भी उन पर लगा था, जिसके बाद इसकी शिकायत शासन में की गयी थी।

बेनामी संपत्तियों पर सख्त सरकार

इंकम टैक्स अधिकारियों की माने तो उनका फोकस आईएएस अफसरों के ठिकानों से मिले बेनामी संपत्तियों के दस्तावेजों पर है। इन दस्तावेजों के जरिए पता लगाया जाएगा कि उन्होंने अपनी काली कमाई को किस जगह और किसके नाम से निवेश किया। इसके बाद उनके खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा बनाए गये नये बेनामी कानूनों के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।

हाई अलर्ट पर इंकम टैक्स

सूत्रों की माने तो केंद्र सरकार ने इंकम टैक्स अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है। दरअसल सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारी अधिकारियों के खिलाफ बडे़ पैमाने पर कार्रवाई करने की तैयारी में है। इसे ध्यान में रखते हुए तमाम अफसरों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गयी हैं और उन्हें अलर्ट पर रहने को कहा गया है।