- पुलिस ने नम्रता-दीपरतन के फ्लैट को खोलने की कोर्ट से ली परमीशन

- मामले की जांच सीओ आलमबाग अमिता सिंह को ट्रांसफर

LUCKNOW : हजरतगंज स्थित धेनुमति अपार्टमेंट में नम्रता पासवान की रहस्यमय हालात में हुई मौत से अब पर्दा उठ सकेगा। कोर्ट ने सोमवार को नम्रता-दीपरतन के फ्लैट को खोलने की परमीशन दे दी, जिसके बाद अब तक हवा में हाथ-पांव मार रही पुलिस को भी उम्मीद जगी है कि बंद फ्लैट से उसकी मौत का राज बाहर आ सकता है। उधर, एसएसपी ने पूरे मामले की जांच हजरतगंज पुलिस से लेकर सीओ आलमबाग अमिता सिंह को सौंप दी।

पौने तीन घंटे में छिपा मौत का राज

अब तक की जांच में पुलिस ने सीसीटीवी के जरिए जो जानकारी जुटाई उसके मुताबिक नम्रता ऑटो पर सवार होकर गुरुवार शाम 5.51 बजे धेनुमति अपार्टमेंट पहुंची थी। वहीं, रात 8.30 बजे वह रहस्यमय हालात में 14वीं मंजिल से आ गिरी। फुटेज में लाश बिल्डिंग से सटकर नीचे आती हुई दिखाई दी। सवाल यह है कि अगर नम्रता ने खुद छलांग लगाई होती तो वह बिल्डिंग से कुछ दूरी पर गिरती लेकिन, दीवार के करीब गिरने से साफ पता चलता है कि उसे किसी ने जबरन नीचे फेंका। छत पर बिखरा मिला नम्रता के पर्स का सामान व मोबाइल फोन और टूटी मिली कपड़े फैलाने की रस्सी ने भी घटना से पहले छत पर संघर्ष की कहानी बयां की। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके फ्लैट की जांच करनी चाही लेकिन, उसमें ताला बंद था। सवाल उठता है कि अगर फ्लैट में ताला बंद था तो नम्रता करीब पौने तीन घंटे तक कहां और किसके साथ रही। इसी गुत्थी को सुलझाने के लिये पुलिस ने सोमवार को कोर्ट से नम्रता के फ्लैट को खोलने की परमीशन मांगी। जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया। पुलिस को उम्मीद है कि बंद फ्लैट से नम्रता की मौत पर पड़ा पर्दा उठ सकता है। सीओ हजरतगंज अवनीश मिश्र ने बताया कि मंगलवार को सुबह 11 बजे कोर्ट के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए फ्लैट का ताला तोड़ा जाएगा।

यह थी घटना

बीती 16 फरवरी को वाणिज्य कर विभाग में डिप्टी कमिशनर दीपरतन पासवान की पत्‍‌नी नम्रता पासवान चौधरी धेनुमति अपार्टमेंट की 14वीं मंजिल से नीचे आ गिरीं। पुलिस ने जांच शुरू की तो अपार्टमेंट की छत पर नम्रता का पर्स, बिखरा सामान और मोबाइल मिला। जिसे देख साफ मालूम पड़ रहा था कि नम्रता को किसी ने नीचे फेंक दिया। जानकारी मिलने पर पहुंची नम्रता की मां ने दामाद दीपरतन, उसकी मां अनुराधा और ननद पर दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने अगले ही दिन दबिश देकर आरोपी दीपरतन व अनुराधा को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। हालांकि, चुनावी व्यस्तताओं के चलते पुलिस मामले की जांच को आगे नहीं बढ़ा सी थी।

जांच हुई ट्रांसफर

मृतका नम्रता की मां की तहरीर पर दर्ज दहेज हत्या के मामले की जांच एसएसपी मंजिल सैनी ने हजरतगंज पुलिस से ट्रांसफर करते हुए सीओ आलमबाग अमिता सिंह को सौंपने के निर्देश दिये। सीओ अमिता मंगलवार को मामले की जांच शुरू करेंगी।