- कृषि विपणन निदेशक ने डीएम को बैठक कर समस्या का हल निकालने को कहा

- जरूरत पड़ने पर टमाटर, तिलहन और दलहन के लिए स्टॉल लगाने के निर्देश

BAREILLY:

थोक और फुटकर व्यापारी अब पब्लिक को टमाटर मनमाना दाम पर नहीं बेच पाएंगे। कृषि विपणन निदेशक धीरज कुमार ने प्रदेश के सभी डीएम को टमाटर के बढ़ते दाम की मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। ताकि, पब्लिक को उचित मूल्य पर टमाटर मिल सके। वहीं जीएसटी के बाद भी तिलहन के दाम में कमी नहीं आने पर भी कृषि विपणन निदेशक ने नाराजगी जाहिर की है और इस संबंध में भी आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं।

जून से लगातार बढ़ रहे हैं दाम

कृषि विपणन निदेशक ने कृषि जिन्सों के बाजार भावों के आधार पर तैयार प्रदेश स्तर के टमाटर के औसत थोक भाव का अवलोकन करने के निर्देश अधिकारियों का दिये हैं। डीएम को जारी किये गये लेटर में इस बात का साफ जिक्र है कि जून से टमाटर के दाम में लगातार बढ़ोतरी हुई है। प्रदेश में पिछले वर्ष जुलाई में टमाटर के औसत थोक भाव 2939 रुपए प्रति क्विंटल था। जबकि, इस वर्ष जुलाई में टमाटर का बाजार भाव बढ़कर 3594 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। ऐसे में जाहिर है कि कुछ लोग अधिक लाभ पाने के उद्देश्य से ऐसा कर रहे हैं।

स्टॉल लगा कर करें टमाटर की बिक्री

टमाटर के बढ़ते दाम को रोकने के लिए डीएम को बैठक कर रणनीति बनाने के निर्देश दिए गये हैं। ताकि व्यापारियों, व्यापार मंडल, उत्पादक, उत्पादक संघ एवं उपभोक्ता संघ बैठक कर उचित विषय पर चर्चा की जा सके। परिस्थिति के हिसाब से कर्मचारी कल्याण निगम, सरकारी संस्था, अर्ध सरकारी संस्थाओं से समन्वय कर टमाटर की बिक्री के लिए काउंटर खोले जाये। ताकि पब्लिक को महंगाई से राहत मिले सके।

टैक्स हटा लेकिन दाम नहीं हुए कम

वहीं जीएसटी के बाद तिलहन पर टैक्स हटने के बाद भी दाम में कोई गिरावट नहीं है। कृषि विपणन निदेशक का कहना है कि खाद्यान तिलहन पर 4 परसेंट दलहन पर 2 परसेंट वैट लागू था। जिसे जीएसटी लागू करने के बाद शून्य कर दिया गया है। इसके बाद भी तिलहन और दलहन के दाम में कोई कमी नहीं आई है। इसके लिए प्रशासन कोई ठोस कदम उठाये।