- एमडीए के प्लानिंग डिपार्टमेंट में कमी है कर्मियों की

- काफी समय से नहीं हुई है कोई भर्ती

Meerut : मेरठ विकास प्राधिकरण का प्लानिंग डिपार्टमेंट बिना प्लानिंग के ही चल रहा है। काफी समय बीत जाने के बाद भी यहां टाउन प्लानर की की नियुक्ति नहीं की जा रही है। पद खाली होने के बाद भी विकास प्राधिकरण शासन को इस बात के लिए इंटीमेट नहीं करा रहा है कि उन्हें इन पदों अधिकारियों की आवश्यकता है। जबकि सिटी में कई ऐसे आर्किटेक्ट बेरोजगार हैं जो सिटी में प्लानिंग कराने में प्राधिकरण की काफी बड़ी मदद कर सकते हैं।

दोनों एटीपी नहीं

विकास प्राधिकरण के प्लानिंग डिपार्टमेंट में दो असिस्टेंट टाउन प्लानर के पद है। ताज्जुब की बात तो ये है कि दोनों ही खाली है। प्राधिकरण अधिकारियों से पूछा गया कि ये पद कब से खाली हैं तो इस बारे जानकारी देने में असमर्थ नजर आए। उन्होंने कहा काफी समय से खाली हैं। पद को फिल करने के सवाल पर अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए शासन को लिख दिया गया है। जब शासन कहीं ओर ट्रांसफर करके भेजेगा या नई नियुक्ति करेगा तब ही कुछ पॉसिबल हो सकेगा। ताज्जुब की बात तो ये है चीफ टाउन प्लानर ने शुक्रवार को ही ज्वाइन किया है।

कौन करेगा नियुक्ति

प्राप्त जानकारी के अनुसार असिस्टेंट टाउन प्लानर की नियुक्ति यूपी लोक सेवा आयोग की ओर से होती है। उसका एग्जाम के बाद इंटरव्यू कंडक्ट कराए जाते हैं। काफी समय से इस पोस्ट के लिए नियुक्तियां नहीं निकाली हैं। अधिकारियों की मानें तो ये हालत सिर्फ मेरठ विकास प्राधिकरण ही नहीं है। तमाम प्राधिकरण की हैं। लोक सेवा आयोग को अब नियुक्तियां निकालने की जरुरत है।

इनकी संख्या भी कम

अगर बात बाकी पोस्ट की करें तो यहां पर प्राधिकरण के अपने आप भी पोस्ट को फिल कर सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। डिपार्टमेंट में म् पद ड्राफ्टमेन के हैं, लेकिन मौजूद सिर्फ ख् ही हैं। सर्वेयर के पद भी म् हैं जिनमें दो कार्यरत हैं और ब् खाली पड़े हैं। दो बाबू के पद में से एक खाली पड़ा है। इन पदों को प्राधिकरण अपने स्तर पर कर सकता है। सिर्फ शासन की अनुमति चाहिए। लेकिन इस पर भी कोई काम नहीं हो रहा है। अधिकारियों की मानें तो शासन को इस बारे में इंटीमेट किया कर चुके हैं। जैसे ही हरी झंडी मिलेगी उन्हें अपने स्तर पर फिल कर लिया जाएगा।

तो इतनी पोस्ट हैं खाली

पोस्ट कितनी कार्यरत खाली

एटीपी ख् 0 ख्

ड्राफ्टमेन म् ख् ब्

सर्वेयर म् ख् ब्

बाबू ख् क् क्

चपरासी फ् 0 0