फ्लैग : कैसी हो चली बनारसियों की मानसिकता

-चौक के बुलानाला में जनता की सुविधा के लिए लगाए गए थे ट्रैफिक डेलीनेटर

-मलदहिया और पुलिस लाइन की रोड पर से भी हुए चोरी

कभी सुना है कि लोगों की सुविधा के लिए बनाई गई व्यवस्था को उन्हीं से बचाने की नौबत आ जाए। नहीं सुना तो बानगी यहां देखिए, जनता की सुविधा के लिए लगाए गए ट्रैफिक डेलीनेटरों को आम लोग उखाड़ कर घर लिए चले जा रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस परेशान है कि नई जगहों पर डेलीनेटर लगवाए या पुरानों की ही सुरक्षा में अपना मैनपावर लगा दे। डेलीनेटर लोहे के वो खंभे हैं जो संकरी सड़कों पर डिवाइडर की जगह लगवाए जा रहे हैं।

आंखों के सामने हुई घटना

चौक-बुलानाला मेन रोड पर लगाए गए नए डेलीनेटर को एक व्यक्ति ने जोर-जोर से हिलाया। इसके बाद उसने दो डेलीनेटर उखाड़े और कंधों पर गदा की तरह उन्हें रखकर निकल गया। आगे की पिकेट पर मौजूद पुलिस की उस पर नजर भी नहीं पड़ी। क्षेत्रीय दुकानदारों ने देखा तो उसे आवाज लगाई मगर कुछ आगे जाकर वह गली में गुम हो गया।

1500 सौ से ज्यादा है कीमत

हाल ही में डेलीनेटर मैदागिन से गोदौलिया तक की रोड पर लगवाए गए हैं। 25 लाख की लागत से लगाए गए इन डेलीनेटरों में एक की कीमत डेढ़ हजार रुपये से ज्यादा है। यह मजबूत लोहे के बने हुए हैं और इनके ऊपर रात में चमकने वाले ब्लिकर लगे हुए हैं। इसे बचाए रखने के लिए जाली भी लगाई गई है।

अब कार्रवाई की तैयारी में

ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी कहते हैं कि लोक संपत्ति में किसी दुर्घटना या वाहनों की भीड़ के चलते टूट-फूट हो जाए तो नजरअंदाज किया जा सकता है मगर इनकी चोरी होने लगे तो क्या किया जाए। ट्रैफिक पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ अब कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

वर्जन

चौक के अलावा मलदहिया, पुलिस लाइन आदि इलाकों में भी डेलीनेटरों के चोरी होने की सूचनाएं मिली हैं। इन मामलों में अब मुकदमा दर्ज कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी।

सुरेश चंद्र रावत, एसपी ट्रैफिक

रीडर्स व्यू

लोगों को खुद समझना होगा कि यह व्यवस्था उनके लिए कराई जा रही है। अगर कोई इनके साथ छेड़छाड़ कर रहा है तो उसका विरोध भी किया जाना चाहिए।

आलोक तिवारी, प्रोफेशनल बुलानाला

इसी मानसिकता के चलते देश-दुनिया वाले बनारसियों को संदेह की नजर से देखते हैं। ऐसे लोगों को सजा देनी चाहिए।

संदीप रस्तोगी, दुकानदार, चौक

मजाल नहीं कि हमारे आसपास कोई इस तरह की हरकत करे। मगर आंखों में धूल झोंकने वालों का क्या किया जाए।

आलोक शर्मा, दुकानदार, चौक

ऐसे तमाम लोग इर्द गिर्द ही दिख जाते हैं, किस किस को रोका जाए। जरूरी है कि प्रशासन सख्त कार्रवाई कर नजीर पेश करे।

विमल जैन, दुकानदार, बुलानाला