- कांवरियों की जबरदस्त भीड़ के चलते हाइवे से लेकर शहर की गलियां तक हुई जाम

- आम लोगों के साथ-साथ स्कूल बसें और एंबुलेंस भी फंसी रही जाम में

- किसी की छूटी फ्लाइट तो किसी की ट्रेन, जाम छुड़ाने के लिए मेयर भी उतरे गाड़ी से

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शुक्रवार को कांवरियों की जबरदस्त भीड़ शहर से लेकर हाईवे तक सब कुछ जाम कर डाला। आस्था के इस महीने में शुक्रवार को हर किसी का रास्ता बाधित हुआ। हाल ये था कि सड़क से लेकर गलियों तक और कॉलोनियों से लेकर हाईवे तक सब ओर जाम ही जाम था। जाम की जकड़न में जहां फंसकर पब्लिक बेहाल हो गई वहीं मेयर राम गोपाल मोहले को अपनी गाड़ी से उतरना पड़ा। मेयर ने लगभग पैंतालिस मिनट तक कमच्छा- रथयात्रा मार्ग पर यातायात की कमान खुद संभाली और जाम छुड़वाने में लगे रहे।

सड़क पर झुंझलाते रहे लोग

शुक्रवार को जाम की वजह मेनली कांवरियों का जत्था बना। हर ओर से केसरिया कपड़ों में बाबा विश्वनाथ के दर्शन को काशी पहुंचे कांवरियों की भीड़ के कारण ट्रैफिक व्यवस्था बेकाबू हो गई। जिसके चलते काफी लोगाें की ट्रेन और फ्लाइट मिस हो गए। समय बढ़ने के साथ जाम भी बढ़ता गया और स्कूलों की छुट्टी के वक्त बसों और रिक्शों के जाम में फंसने से बच्चों की हालत भी खराब हुई। ऑफिस जाने वालों को भी आते और जाते वक्त दुश्वारियां झेलनी पड़ी। चौक, मैदागिन, गोदौलिया, नई सड़क, लक्सा, रथयात्रा, सिगरा एरिया में सुबह से शाम तक जाम का प्रकोप सबसे ज्यादा रहा। इन एरियाज में गलियों में भी जाम नजर आई।

लगा 12 किमी लंबा जाम

वाराणसी-गाजीपुर, चंदौली, इलाहाबाद, जौनपुर मार्ग पर शुक्रवार रात से ही वाहनों की लंबी कतार लगी थीं। वाराणसी-इलाहाबाद मार्ग पर 12 किलोमीटर तो वाराणसी-जौनपुर वाया बाबतपुर मार्ग पर लगभग छह किमी लंबा जाम लगा था जो शुक्रवार दोपहर तक था। मिर्जामुराद में हाइवे पर लगे जाम को छुड़ाने के लिए पुलिस का हूटर बजता रहा लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। हाईवे पर जाम की बड़ी वजह सावन में हाइवे की उत्तरी लेन कांवरियों के लिए आरक्षित होना बना।

अचानक बढ़े कांवरिया

शुक्रवार को हिंदू पंचांग के हिसाब से शिवरात्रि का मान था। इसी वजह से बड़ी संख्या में कांवरिया वाराणसी और आसपास के शिव मंदिरों में दर्शन को पहुंचे। जानकारों का कहना है कि 7 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार है और उसी दिन रक्षाबंधन पर्व पड़ रहा है। रक्षाबंधन के कारण ही कांवरिया आखिरी सोमवार का इंतजार करने की बजाय पहले ही दर्शन-पूजन करना चाहते हैं और अब लगातार भीड़ बनी रहेगी।

ये रहीं जाम की वजहें

- कांवरियों के लिए हाईवे पर एक लेन आरक्षित होना।

- नो एंट्री के चलते बाहरी इलाकों पर वाहनों का लोड बढ़ना।

- सड़कों पर खड़े बेतरतीब वाहन।

- ट्रैफिक सेंस के कारण कहीं से भी निकलने की कोशिश।

- खराब सड़कें और जलभराव।

- गोदौलिया, मैदागिन और गिरजाघर पर रुट डायवर्जन।

डेढ़ लाख ने टेका बाबा दरबार में मत्था

सावन के दिन बढ़ने के साथ ही कांवरियों की भीड़ भी बढ़ रही है। गुरुवार रात से ही कांवरियों के आने का सिलसिला जारी रहा। शुक्रवार रात तक करीब डेढ़ लाख भक्तों ने बाबा दरबार में मत्था टेका। इस दौरान करीब 400 डाकबम भी बाबा दरबार में अलग अलग जिलों से पहुंचे। लक्सा स्थित श्री बाबा काशी विश्वनाथ भक्त सेवा समिति ने और चितरंजन पार्क में लगे कांवरियां शिविर में बड़ी संख्या में कांवरियों की जुटान हुई।