-माने जाओगे बेटिकट और होगी कार्रवाई

-इस फाइनेंशियल इयर के अन्त तक लागू होगी नई व्यवस्था

-रिजर्वेशन कोचेज में सीटें बुक नहीं कर सकेंगे TTE, रेलवे वापस लेगा अधिकार

VARANASI

जनरल टिकट लेकर ट्रेन के स्लीपर व एसी क्लास में सीट की मांग करने वाले पैसेंजर के लिए बुरी खबर है। इस फाइनेंशियल ईयर के अंत से नयी व्यवस्था लागू होगी। जिसके बाद इन कोच में खाली सीट होने पर भी पैसेंजर को रिजर्व सीट नहीं दी जाएगी। इतना ही नहीं रेलवे ऐसे कोचेज में जनरल टिकट लेकर जर्नी करने वालों को बिना टिकट मान कर कार्रवाई करने की तैयारी में है। दरअसल, अभी हाल यह है कि जल्दबाजी में यात्रा की योजना बनाने वाले पैसेंजर जनरल टिकट लेकर ट्रेन में चढ़ जाते हैं और टीटीई से खाली सीट होने पर आरक्षित करा ले रहे हैं। लेकिन रेलवे इस फाइनेंशियल ईयर के अंत से टीटीई के पास से यह अधिकार वापस लेने की तैयारी में है।

AC कोच से होगी शुरुआत

नये आदेश को पहले एसी कोच में लागू किया जाएगा, इसके बाद स्लीपर कोच में भी अमल किया जाएगा। एसी कोच में जनरल टिकट लेकर जर्नी करने के नियम में बदलाव का प्रपोजल क्षेत्रीय रेलवे की ओर से रेलवे बोर्ड को भेजा गया था। बोर्ड स्तर पर ऐसे पैसेंजर्स को बेटिकट घोषित करने की कवायद चल रही है। रेलवे से जुड़े अधिकारी के अनुसार नयी व्यवस्था लागू होने पर जनरल टिकट लेकर रिजर्वेशन कोच में चढ़ने वाले पैसेंजर को अगले स्टेशन पर उतरना होगा या फिर उनसे बिना टिकट जर्नी करने का जुर्माना वसूला जाएगा।

चोरी पर लगेगी रोक

रेलवे बोर्ड को सुरक्षा एजेंसी की तरफ से भेजी गयी कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट में एसी कोच में चोरियों और अन्य घटनाओं की मुख्य वजह के पीछे अनावश्यक यात्रियों का होना बताया गया था। इनमें जनरल टिकट लेकर रिजर्वेशन कोच में यात्रा करने वाले पैसेंजर भी शामिल हैं। कई बार कोच में सीट खाली होने पर टीटीई इन्हें आरक्षित सीट दे देते हैं, लेकिन इनका पूरा रिकॉर्ड नहीं लिया जाता। वहीं कई बार ऐसे पैसेंजर सीट न मिलने पर टीटीई से झगड़ा भी करते हैं। लखनऊ मंडल के जनसंपर्क अधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि रिजर्वेशन कोच में क्राइम को रोकने के लिए रेलवे बोर्ड स्तर पर इस तरह की कवायद चल रही है।