- सुरक्षित मातृत्व अभियान से जुड़ने वाली महिला डॉक्टर्स को दी जाएगी सुविधा

- पचास फीसदी गर्भवती महिलाएं एनीमिया की शिकार, मिलेगा अल्पाहार

प्रधानमंत्री द्वारा शुरु किए गए सुरक्षित मातृत्व योजना में सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। जुलाई से निजी महिला डॉक्टरों को स्वास्थ्य केंद्रो पर जाने के लिए एक हजार रुपये यात्रा भत्ता दिया जाएगा। साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं के लिए पानी के साथ ही अल्पाहार की व्यवस्था की गई है। अब तक ख्फ् निजी डॉक्टरों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर महिलाओं की देखभाल के लिए सहमति दी है। बीएचयू की भी दस डॉक्टर इस योजना में शामिल हुई हैं। यह जानकारी सीएमओ डॉ। वीबी सिंह ने दी। वह मातृत्व अभियान की कार्ययोजनाओं के बाबत बुधवार को पत्रकारों से रुबरु हुए थे।

क्म् स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूदगी

सीएमओ डॉ। वीबी सिंह ने बताया कि अभियान के तहत जून से अबतक क्0क्ख्फ् गर्भवती महिलाओं को सेवाएं प्रदान की गई। इसमें क्भ्भ्8 गर्भवती महिलाओं को हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के रुप में चिन्हित कर उच्च अस्पतालों को रेफर किया गया। कहा कि जून में फ्7 गर्भवती महिलाओं में खून की कमी पाई गई। हीमोग्लोबीन नियंत्रित करने के लिए इन्हें आयरन की गोलियां दी गई। मातृत्व अभियान के तहत जिले में गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिहाज से क्म् स्वास्थ्य केंद्र पर सरकारी एवं निजी महिला डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित की गई है।

शिशु मृत्यु दर खतरनाक

शिशु मृत्यु के दर के लिहाज से बनारस की स्थिति ठीक नहीं है। बीते वर्ष प्रसव के दौरान एक हजार में भ्7 बच्चों की मौत हो गई। प्रदेश में यह आंकड़ा भ्फ्, जबकि देश में एक हजार में ब्फ् बच्चों का रहा। एनीमिया एवं अन्य बीमारियों की वजह से जिले में एक लाख महिलाओं में ख्क्ब् ने प्रसव के दौरान दम तोड़ दिया। प्रदेश में यह आंकड़ा ख्भ्ब् रहा।