कैंडिल मार्च निकाल कर लोगों ने अर्पित की श्रद्धांजलि

ALLAHABAD: कश्मीर के उरी में सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए आतंकवादी हमले से जहां पूरे देश के लोगों में गुस्सा है। वहीं वीर जवानों की शहादत से हर किसी की आंखें नम हैं। इलाहाबादियों में भी गम व गुस्से का उबार है। सोमवार को जगह-जगह श्रद्धांजलि सभा कर जहां वीर जवानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वहीं केंद्र सरकार से पाकिस्तान पर हमला कर आतंकी शिविरों को ध्वस्त करने की मांग की गई।

इलाहाबाद कम्प्यूटर डीलर वेलफेयर एसोसिएशन व सिविल लाइंस व्यापार मंडल के सदस्यों ने सोमवार को सिविल लाइंस स्थित सुभाष चौराहे पर कैंडिल मार्च निकाला और आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। धनंजय सिंह ने केंद्र सरकार से म्यांमार की तरह पीओके में घुसकर आतंकी शिविरों को नष्ट करने की मांग की। इस दौरान सरदार जोगिन्दर सिंह, शशांक जैन, सरदार रणबीर सिंह, सरदार हरप्रीत सिंह, नरेश राय, राजेश अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, विनोद चंद, संजीव अग्रवाल, सुशील खरबंदा, शिव शंकर आदि मौजूद रहे।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेता प्रद्युम्न यादव के नेतृत्व में छात्रों ने जवानों के सम्मान में छात्र संघ भवन से जुलूस निकाला, जो बालसन चौराहा होते हुए शहीद लाल पद्मधर स्मारक पर समाप्त हुआ। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी जिला सचिव सुल्ताना हनीफ, अंजनी मिश्र, माया शर्मा की मौजूदगी में सुभाष चौराहे पर आतंकी हमले में शहीद जवानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं स्वच्छ वसुंधरा सोसायटी के सदस्यों ने बैठक कर सेना के कैम्प पर हुए हमले की निंदा की। सचिव विवेक अग्रवाल ने कहा कि आतंकवाद फैला रहे पाक के खिलाफ सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए। जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सामाजिक एकता परिषद कीओर से कैंडिल मार्च निकाली गई।

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न्यायिक कार्य से विरत रहे अधिवक्ता

जम्मू कश्मीर के उरी में आर्मी बेस पर आतंकी हमले में शहीद जवानों के प्रति संवेदना जताते हुए अधिवक्ता सोमवार को न्यायिक कार्य से विरत रहे। हमले में शहीद 17 जवानों के बलिदान पर गर्व जताते हुए उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। इस दौरान जिला संघ के प्रेसीडेंट राकेश कुमार तिवारी व मंत्री कौशलेष कुमार सिंह के नेतृत्व में राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन सौंपा। बैठक में शीतला प्रसाद मिश्र, हरि सागर मिश्र, कृष्ण चन्द्र मिश्र, प्रभात कुमार श्रीवास्तव, श्याम जी टण्डन, अरूण कुमार पाण्डेय समेत कई अधिवक्ता थे।