PATNA : शौचालय की खिड़की को तोड़ दो कैदी फरार हो गए। घटना पीएमसीएच की है। जबकि फरार होने वाले दोनों कैदी वैशाली जिले के हैं। दोनों ही कैदी को इलाज के लिए पटना लाया गया था। फरार होने वाले में अपराधियों में सोहन राय और जितेन्द्र पासवान हैं। आ‌र्म्स एक्ट और लूट जैसे अपराध के संगीन मामलों में दोनों ही कैदी हाजीपुर की जेल में बंद थे। इलाज के लिए अलग-अलग समय पर दोनों को पटना लाया गया था। पीएमसीएच के कैदी वार्ड में दोनों की एडमिट थे। हाजीपुर से दोनों कैदी को पुलिस कस्टडी में भेजा गया था। इन पर निगरानी रखने के लिए वैशाली पुलिस का एक एएसआई और ब् सिपाही को लगाया गया था। लेकिन इन पुलिस वालों ने भारी लापरवाही बरती। इनकी लापरवाही का फायदा उठा दोनों अपराधी सोमवार की सुबह में आसानी से फरार हो गए।

- किए गए सस्पेंड

कैदियों के फरार होने की सूचना ने पटना से लेकर वैशाली तक आग लगा दी थी। पुलिस महकमा सकते में था। पटना पुलिस की रिपोर्ट पर वैशाली एसपी हरकत में आए। मामले में संज्ञान लेते हुए वैशाली के एसपी ने एक एएसआई और तीन सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है।

- सुनील के फरार होने की मिली थी सूचना

पटना पुलिस के होश उस वक्त उड़ गए थे। जब उन्हें लोजपा नेता बृजनाथी सिंह मर्डर केस के मुख्य आरोपी सुनील राय के फरार होने की सूचना मिली। इसे कंफर्म करने के लिए टीओपी प्रभारी धनंजय कुमार कैदी वार्ड पहुंचे। लेकिन सुनील अपनी वार्ड में बेड पर ही पाए गए। जबकि फरार सोहन और जितेन्द्र हुए थे।

- एक-एक कर घूसे थे दोनों

सुबह के ब् बजे के करीब एक-एक कर दोनों कैदी शौंचालय के बहाने अंदर गए थे। इसी तरह एक-एक कर दोनों फरार भी हो गए। सोर्स की मानें तो उस वक्त वार्ड में सिर्फ एक ही सिपाही ड्यूटी पर था। इसे जब शक हुआ तो उसने पहले बाहर से आवाज दी। जब कोई रिस्पांस नहीं मिला तो वो अंदर गया। लेकिन उसे न सोहन मिला और न जितेन्द्र। तब सिपाही की नजर कटी हुई खिड़की पर पड़ी। जिसके बाद कैदियों के फरार होने की जानकारी उसने सीनियर पुलिस अधिकारियों को दिया। वहीं, एएसआई और तीन सिपाही ड्यूटी से गायब थे।