मोहल्ले में हर तरफ फैला है कीचड़, समस्याओं को लेकर लोगों ने रविवार को किया प्रदर्शन

ALLAHABAD: स्मार्ट सिटी में सेलेक्ट इलाहाबाद के सिविल लाइंस, कटरा, कटघर और मुट्ठीगंज को चमकाने का प्रयास भले ही हो रहा है, लेकिन शहर में ऐसे कई मोहल्ले हैं जहां अब तक विकास की किरण नहीं पहुंच सकी है। मोहल्लों के वाशिंदे बद्तर जिंदगी जीने को विवश हैं। ऐसे ही मोहल्लों में शामिल है गंगा कछार से सटा ऊंचवागढ़ी। यहां न तो गली बनी है और न ही जल निकासी की व्यवस्था है। न बिजली के तार व खंभे ही पहुंच सके हैं।

20 साल से यही हाल

पिछले 20 वर्ष से लगातार समस्याओं का दंश झेल रहे ऊंचवागढ़ी के लोगों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि राजापुर ऊंचवागढ़ी में करीब 300 मीटर रोड कच्ची है। रोड की मरम्मत नहीं हो सकी है। नाली भी नहीं बनवाई गई है।

कई वर्ष से मोहल्ले की यही स्थिति है। अब तक गली की मरम्मत नहीं हो सकी है। जलनिकासी की व्यवस्था भी नहीं है। बारिश होते ही इलाका डूब जाता है।

जुल्फिकार अली

गंदगी, कीचड़ और बदबू से घर में रहना और बाहर निकलना दोनों मुश्किल हो गया है। गंदगी व बदबू से बीमारी फैल रही है। सभी घरों में कोई न कोई बीमार रहता है।

मो। परवेज

जब से बारिश शुरू हुई है, इलाके की ऐसी-तैसी हो गई है। कीचड़ व गंदगी से होकर जाना पड़ता है। बड़े लोग तो किसी तरह निकल जाते हैं। बच्चे व बुजुर्ग अक्सर गिर जाते हैं।

मो। सलीम

कीचड़ व गंदगी से हो रही समस्या की शिकायत कई बार पार्षद से कर चुके हैं। लेकिन वे सुनते ही नहीं हैं। जवाब देते हैं कि हमें वोट दिया था क्या?

मो। अयूब

बड़े-बड़े बंगलों में रहने वाले अधिकारी एक बार यहां आकर देख लें तो पता चल जाएगा कि ऊंचवागढ़ी के लोग किस तरह अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं।

सायरा बीवी

गर्मी हो या बरसात, 12 महीने जलजमाव की समस्या रहती है। नाले की सफाई और मरम्मत आज तक नहीं हो सकी है। बारिश होते ही घरों में चार-चार फीट तक पानी घुस जाता है।

शकीला बेगम