शहर दक्षिणी में एक बार फिर नंदी ने दिखाया अपना जलवा, 2007 के बाद 2017 में बने विधायक

ALLAHABAD: बसपा के बाद कांग्रेस फिर कांग्रेस के बाद भाजपा का दामन थामने वाले पूर्व मंत्री नंद गोपाल गुप्ता की गणित और मेयर अभिलाषा गुप्ता की कैमेस्ट्री 2007 के बाद एक बार फिर काम कर गई। वर्तमान विधायक परवेज अहमद टंकी को जबर्दस्त टक्कर देते हुए नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने जीत हासिल की। लेकिन जीत के बीच हार की संभावना किस तरह दिल की धड़कन बढ़ाती है, इसका अनुभव भाजपा प्रत्याशी के साथ ही उनके चाहने वालों ने भी किया। जब अचानक नंद गोपाल गुप्ता के हारने का मैसेज चारों तरफ पास हुआ।

मोदी लहर के साथ ही व्यापारियों के गढ़ वाले शहर दक्षिणी में भाजपा प्रत्याशी नंद गोपाल गुप्ता की जीत तय मानी जा रही थी। मतगणना शुरू होते ही जीत की गणित का असर दिखाई भी दे रहा था। लेकिन सातवें राउण्ड तक बढ़त बढ़ाने के बाद आठवें राउण्ड में भाजपा प्रत्याशी नंद गोपाल गुप्ता नंदी सपा प्रत्याशी परवेज अहमद टंकी से पीछे हो गए। एक हजार वोट का ही अंतर होने से दोनों खेमों के लोगों की सांसें तेज हो गई। दसवें राउण्ड की मतगणना के दौरान ही नंदी के हारने की अफवाह फैल गई। वहीं परवेज अहमद टंकी सात हजार मतों से नंद गोपाल गुप्ता नंदी से आगे निकल गए। भाजपा के लोगों में एक बारगी सन्नाटा छा गया। मोदी लहर के बीच ये क्या हो गया? लोग सोचने लगे। नंद गोपाल गुप्ता नंदी भी चिंता जनक मुद्रा में नजर आए। मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी भी परेशान हो उठीं। दोपहर करीब एक बजे थोड़ी राहत भरी खबर आई कि नंदी एक हजार वोट से आगे बढ़ गए हैं। 14वें राउण्ड की काउंटिंग में नंदी पांच हजार वोटों के साथ परवेज अहमद से आगे हो गए। 14वें राउण्ड के बाद शुरू हुई बढ़त लगातार बढ़ती चली गई। 26वें राउण्ड तक लगातार बढ़त बरकरार रही, जिससे सपा प्रत्याशी परवेज अहमद टंकी काफी पीछे रह गए। अंत में 26वें राउण्ड में नंदी 29 हजार वोटों के साथ परवेज अहमद टंकी से आगे निकल गए।