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- माध्यमिक शिक्षा परिषद व यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर पब्लिश होगी पूरी डिटेल
- आगामी परीक्षा के लिए ऑनलाइन सेलेक्ट होंगे सेंटर्स
- अभी तक डीआईओएस स्तर पर बनाए जाते थे सेंटर्स, होती थी धांधली
amarendra.pandey@inext.co.in
GORAKHPUR: सरकार की नजर सिर्फ नकल करने वालों पर ही नहीं, नकल कराने वाले माफियाओं पर भी है। अब न तो नकल माफिया किसी भी तरीके से मनचाहा सेंटर्स बनवा पाएंगे और न ही ब्लैक लिस्टेड सेंटर को दुबारा सेंटर बनाने का खेल होगा। इसके लिए शासन ने प्रदेश के सभी एग्जाम सेंटर्स को ऑनलाइन करने का निर्देश दिया है। सभी स्कूलों से उनकी डिटेल मांगी गई है जो ऑनलाइन होगी और अगले वर्ष होने वाली परीक्षा के लिए सेंटर्स का सेलेक्शन भी ऑनलाइन ही किया जाएगा।
पहले होता था खेल
ज्यादातर इंटरमीडिएट कॉलेज अपने विद्यालय को सेंटर बनवाकर व अपने विद्यालय के बच्चों के लिए भी पसंद की जगह का सेंटर बनवाकर नकल करवाते थे। चूंकि सेंटर बनवाने की प्रक्रिया अभी तक जिला स्तर पर ही हो रही थी इसलिए इनका जुगाड़ आसानी से हो जाता था। इसलिए बोर्ड को यह नहीं पता चल पाता था कि किस स्कूल को केंद्र बनाया गया और कौन सा सेंटर डिबार किया गया। इस तरह कई बार तो डिबार किए स्कूल को भी फिर से सेंटर बनाने का खेल हो जाता था।
अब सबकुछ ऑनलाइन
अब यूपी बोर्ड एक ऐसा सॉफ्टवेयर बना रहा है जिससे उससे आसानी से पता चल जाएगा कि किस जिले में कौन सा इंटरमीडिएट कॉलेज है और वह कब-कब एग्जाम सेंटर बनाया गया? इस दौरान उसे कहीं डिबार तो नहीं किया गया? दागी स्कूल-कॉलेज की अलग सूची बनाई जाएगी। उसके बाद ऑनलाइन केंद्र फाइनल किया जाएगा। एग्जाम सेंटर्स का सेलेक्शन करते समय जो दागी सेंटर्स होंगे उन्हें सूची से बाहर कर दिया जाएगा और शेष से सेंटर्स बनाया जाएगा।
स्टूडेंट्स को भी फायदा
सॉफ्टवेयर में स्कूलों की पूरी डिटेल होगी। सभी स्कूलों की दूरी भी अंकित होगी। इस तरह जब सेंटर्स सेलेक्शन होगा तब जिस स्कूल का सेलेक्शन सेंटर के रूप में होगा, स्कूलों को दूरी केमुताबिक उस केंद्र को परीक्षार्थी आवंटित कर दिए जाएंगे। इससे परीक्षार्थियों को यह फायदा होगा कि उनके केंद्र निर्धारित दूरी में ही बनेंगे। सॉफ्टवेयर मानक से अधिक दूरी वाले स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाएगा ही नहीं।
अभी से हो रही एग्जाम की तैयारी
अभी-अभी बोर्ड एग्जाम हुए हैं लेकिन अगले बोर्ड एग्जाम की तैयारी में यूपी बोर्ड अभी से जुट गया है। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की अगले साल की परीक्षाओं की तैयारी तेजी से की जा रही है। शिक्षा विभाग के निर्देश के अनुसार, डीआईओएस एएन मौर्य की ओर से स्कूलों को एक सर्कुलर जारी कर दिया गया है। इसमें बताया गया है कि आने वाले सत्र में परीक्षा केंद्र बोर्ड की ओर से ऑनलाइन ही बनाए जाएंगे। जरूरी डेटा सभी स्कूल उपलब्ध करा दें।
डाउनलोड करें मोबाइल एप
स्कूलों की जानकारी ऑनलाइन करने के लिए संबंधित डेटा उपलब्ध कराने हेतु माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर एक मोबाइल ऐप जारी किया गया है। इस ऐप को सभी स्कूलों के प्रिंसिपल को अपने मोबाइल में डाउनलोड करना है और इसी के जरिए अपनी सभी जानकारी देनी है।
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स्कूलों को देनी है यह जानकारी
1- विद्यालय का नाम, प्रबंधक और प्राचार्य का नाम, पता
2- कितने साल से है विद्यालय? कितने टीचर्स हैं? कितने स्थाई और कितने अस्थाई हैं?
3- कितनी बार बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाया गया? कभी डिबार हुआ था या नहीं?
4- क्लास वाइज स्टूडेंट्स व सेक्शन की संख्या क्या है?
5- मान्यता और गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय की भूमि का ब्योरा।
6- क्लासेज के साथ-साथ सेमिनार हाल, स्टाफ रूम, प्रिंसिपल ऑफिस समेत ग्राउंड की जानकारी
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जिले के यह केन्द्र होंगे ब्लैक लिस्टेड
1- जवाहर शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज:
इस बार के यूपी बोर्ड की परीक्षा के दौरान इस केंद्र पर अव्यवस्थाओं के चलते परीक्षार्थी और उनके पैरेंट्स ने जमकर हंगामा किया था। इस विद्यालय को सेंटर न बनाए जाने के लिए डीआईओएस ने लिखा बोर्ड को लेटर लिखा है।
2- गुरुकुल इंटर कॉलेज:
इस सेंटर में एसडीएम की जांच में नकल करते हुए परीक्षार्थी मिले। जिसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई। उसके बाद डीआईओएस ने इसे डिबार करने के लिए बोर्ड को लेटर लिखा है।
3- परम ज्योति इंटर कॉलेज:
इस सेंटर पर बोर्ड की लिस्ट में परीक्षार्थी की जगह दूसरा छात्र परीक्षा देते हुए पकड़ा गया था। इसकी रिपोर्ट की गई थी। इस विद्यालय को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए लेटर लिखा गया है।
4- श्रीमती कौशल्या देवी इंटर कॉलेज:
इस विद्यालय में भी दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए एक छात्र पकड़ा गया। इस परीक्षा केंद्र पर अनियमितताएं भी पाई गई थीं। डीआईओएस ने डिबार करने के लिए रिपोर्ट की है।
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यूपी बोर्ड 2017 में यह रहा हाल
1,49,781 परीक्षार्थी
234 परीक्षा केन्द्र
13 नए परीक्षा केंद्र जुड़े
247 कुल परीक्षा केंद्र
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सत्र 2017: एक नजर
52,050 छात्र हाईस्कूल में
41,181 छात्राएं हाईस्कूल में
35665 छात्र इंटरमीडिएट में
33,258 छात्राएं इंटरमीडिएट में
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वर्जन
अगले साल बोर्ड द्वारा ही सभी परीक्षा केन्द्र निर्धारित किए जाएंगे और सूची जिले में भेज दी जाएगी। इससे जिला स्तर पर बनने वाले परीक्षा केंद्रों के निर्धारण अब यहां से नहीं होगा। इसके लिए परिषद की वेबसाइट पर सभी स्कूलों को अपना ब्योरा भरना है। इस जानकारी के आधार पर ही केंद्रों का चयन कर लिया जाएगा।
- एएन मौर्य, डीआईओएस