JAMSHEDPUR: बागबेड़ा निवासी ट्रांसपोर्टर उपेंद्र सिंह की हत्या करवाने की जिम्मेवारी भले ही हरिश ंिसह उर्फ छोटू ंिसह को गैंगस्टर अखिलेश सिंह ने दी थी, लेकिन हत्या के लिए बनारस के एक होटल में गैंगस्टर अखिलेश सिंह और उसके सलाहकार विक्रम शर्मा की उपस्थिति में गिरोह की बैठक 30 नवंबर 2016 से पहले हुई थी। बैठक में जसवीर सिंह, बलवीर ंिसह हरिश सिहं, सुधीर दुबे, कन्हैया सिंह के साथ पांच-छह लोग और थे। इसमें विक्रम शर्मा ने सलाह दी थी कि जो भी गिरोह के वर्चस्व और धंधा में बाधक बने उसे रास्ते से हटा दें। बैठक में उपेंद्र सिंह और अमित राय की हत्या की योजना बनने के बाद हरिश सिंह वापस जमशेदपुर लौटा। उसने उपेंद्र सिंह की हत्या के लिए बर्मामाइंस सुनसुनिया गेट के पास अनिल सिंह की होटल में शूटरों को बुलवाया। इसके बाद 30 नवंबर 16 को जमशेदपुर न्यायालय परिसर में उपेद्र सिहं की हत्या शूटरों ने कर दी थी। बीते आठ मार्च को पटना से गिरफ्तार हत्या मामले के आरोपित हरिश सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अखिलेश सिंह गिरोह से जुड़े जो गुर्गे गिरफ्तार कर जेल भेजे गए है। सभी ने पुलिस को पूछताछ में जो जानकारी दी थी कि उसे खंगाला जा रही है और मिलान कर रही है।

कोर्ट में मौजूद से बलवीर और जसवीर सिंह

गैंगस्टर अखिलेश सिहं के सहयोगी बलवीर सिंह और जसवीर सिंह जब पुलिस की गिरफ्त में आए तो दोनों ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि जिस दिन उपेंद्र सिंह को विनोद सिंह, सोनू सिंह और हरिश सिंह ने गोली मारी थी। वह बलवीर सिंह के साथ कोर्ट में अपने अधिवक्ता के पास न्यायालय में सरेंडर करने के बहाने खड़े थे। हत्या के बाद सभी रांची भाग गए।

हरिश सिंह को रिमांड पर लेने की तैयारी

उपेंद्र सिंह की हत्या समेत कई आपराधिक मामलों के आरोपित हरिश सिंह को पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी में है। सीतारामडेरा थाने की पुलिस उसे उपेंद्र सिंह हत्याकांड में रिमांड लेगी। वहीं एमजीएम थाने की पुलिस उसे विक्रम शर्मा के आशियाना आवास से भाग निकलने के मामले में रिमांड करेगी। मालूम हो कि विक्रम शर्मा को पुलिस ने अप्रैल 2017 में देहरादून से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने मानगो आशियाना आवास पर छापेमारी की। वहां से हरिश सिंह भाग निकला था। विक्रम शर्मा के आवास से पुलिस ने कई कागजात और एक वाहन को जब्त किया था।