- वैली ऑफ फ्लावर्स में बढ़ी दुर्लभ वन्यजीवों की संख्या

- निगरानी के लिए लगाए गए ट्रैप कैमरों में कैद हुई तस्वीरें

- दुर्लभ जीवों की संख्या बढ़ने से नंदा देवी पार्क प्रशासन उत्साहित

JOSHIMATH: व‌र्ल्ड हेरिटेज वैली ऑफ फ्लावर्स में कई दुर्लभ वन्य जीवों की मौजूदगी के प्रमाण मिले हैं। शीतकाल के दौरान यहां लगाए गए ट्रैप कैमरों में दुर्लभ जीवों की तस्वीरें कैद हुई हैं। दुर्लभ जीवों की मौजूदगी से नंदा देवी नेशनल पार्क और वन विभाग काफी उत्साहित है। वन्य जीव प्रेमी भी इसे वन्यजीवों की प्रजातियों के संरक्षण की दिशा में शुभ संकेत मान रहे हैं।

ट्रैप कैमरे करते हैं निगरानी

शीतकाल के दौरान वैली ऑफ फ्लावर्स में टूरिस्ट्स की आवाजाही बंद कर दी जाती है। इस दौरान यहां नंदा देवी नेशनल पार्क द्वारा एहतियात और निगरानी के लिए ट्रैप कैमरे लगा दिए जाते हैं। इसकी वजह शीतकाल के दौरान इस क्षेत्र में वन्यजीवों के शिकारियों और तस्करों की निगरानी करना है। इस साल भी पार्क प्रशासन द्वारा वैली ऑफ फ्लावर्स में ट्रैप कैमरे लगाए गए थे। वैली ऑफ फ्लावर्स में दुर्लभ प्रजाति के वन्यजीव जैसे कस्तूरा मृग, मोनाल, स्नो लेपर्ड समेत कई और वन्यजीवों का वास है।

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इन दुर्लभ जीवों की मिली तस्वीर

कस्तूरी मृग, भूरा हिरन, भूरा भालू, मोनाल, भूरी लोमड़ी।

नहीं मिला स्नो लेपर्ड

हाल ही में नंदा देवी नेशनल पार्क एड्मिनिस्ट्रेशन ने वैली ऑफ फ्लावर्स में लगाए गए ट्रैप कैमरों का निरीक्षण किया तो कई दुर्लभ वन्यजीवों की तस्वीरें कैमरों में कैद मिलीं। इनमें कस्तूरी मृग, भूरा हिरण, भूरा भालू, मोनाल, गुलदार, भूरी लोमड़ी समेत कई वन्य जीव और दुर्लभ प्रजाति के प¨रदों की तस्वीरें शामिल हैं। पार्क प्रशासन का मानना है कि इस बार वैली ऑफ फ्लावर्स में दुर्लभ वन्यजीवों की संख्या में इजाफा हुआ है। हालांकि, इस बार ट्रैप कैमरों में स्नो लेपर्ड नहीं दिखाई दिया। पिछले वर्ष स्नो लेपर्ड भी कैमरों में कैद हुआ था।