- शासन को रोडवेज की ओर से भेजा गया प्रस्ताव, दिल्ली, मुंबई समेत कई रूटों पर संचालन का प्लान

-कैंट डिपो के बेड़े में शामिल होंगी नई बसें

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अब तक बनारस से दिल्ली, लखनऊ और कई रूटों पर चलने वाली रोडवेज की हाई-फाई बसें स्कैनिया और वोल्वो का बनारस से आना-जाना भले हो लेकिन वो यहां की नहीं है। भारत और नेपाल के बीच चलने वाली वाल्वो ही सिर्फ कैंट डिपो की है। इसके अलावा अन्य लग्जरी बसें दूसरे डीपो से संचालित होती हैं। बनारस- दिल्ली के बीच दौड़ने वाली स्कैनिया साहिबाबाद डिपो की है। वहीं अन्य वोल्वो बसें लखनऊ या इलाहाबाद डिपो से संचालित हो रही हैं। लेकिन जल्द ही कैंट डीपो की अपनी स्कैनिया और वोल्वो बसें होंगी। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। स्वीकृति मिलने के बाद एक महीने के अंदर ही ये बसें बनारस से कई नये रूटों पर दौड़ने लगेंगी।

भीड़ ज्यादा, बसें कम

कैंट रोडवेज के एआरएम आरसी दूबे का कहना है कि कैंट डीपो पर वर्तमान में बहुत लोड है। यहां से दिल्ली, लखनऊ समेत कई प्रमुख रूटों पर बसों का संचालन हो रहा है लेकिन भीड़ की अपेक्षा इनकी संख्या काफी कम है। यही वजह है कि शासन को नई एसी बसों को संचालित करने के बाबत प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही इसकी स्वीकृति मिल जायेगी। नई बसों का संचालन लंबी दूरी के लिए होगा। इसमे दिल्ली के साथ मुम्बई और भोपाल रूट शामिल हैं।

यात्रियों को मिल जाएगा विकल्प

लग्जरी बसें कैंट डीपो से संचालित होने का फायदा रोडवेज को तो होगा ही पैसेंजर्स को भी लाभ मिलेगा। डिपार्टमेंट का रेवेन्यू बढ़ जाएगा। वहीं पैसेंजर्स को सफर करने का नया विकल्प मिल जाएगा। दिल्ली समेत अन्य रूटों पर ट्रेन में जगह नहीं मिलती को यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। नयी बसें मिल जाने से उन्हें बेहतर विकल्प मिल जाएगा।

ये हैं रोडवेज की वर्तमान स्थिति

- 642 बसें मंडल से हो रहीं संचालित

- 350 से ज्यादा बसें कैंट रोडवेज से हो रहीं संचालित

- 700 से ज्यादा बसों का है यहां आना-जाना

- 20 हजार से ज्यादा पैसेंजर्स डेली करते हैं सफर

- 1 स्कैनिया कैंट रोडवेज तक आती है जो साहिबाबाद डिपो की

- 1 वोल्वो कैंट डिपो की जाती है नेपाल

- 6 वोल्वो बसें भी बनारस से यात्रियों को ले जाती हैं अन्य जगहों तक

बनारस कैंट डिपो के पास एक भी स्कैनिया या वोल्वो अपनी नहीं है। दूसरी डिपो की बसें यहां से जाती हैं लेकिन जल्द ही कैंट डिपो के पास ये लग्जरी बसें होंगी। इसके लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है।

आरसी दूबे, एआरएम