- विधि विधान से पूजा करने के बाद रखा अखंड व्रत, मंदिरों में हुआ कीर्तन

BAREILLY:

थर्सडे को सुहागिनों ने वट सावित्री का पूजन किया और व्रत रखा। इस अवसर पर उन्होंने सोलह श्रृंगार कर हाथों में पीला धागा लिए वट वृक्ष की परिक्रमा की और अखंड सौभाग्य की कामना की। प्रत्येक परिक्रमा के साथ उन्होंने पति और परिवार के लिए मंगल आशीष मांगा। वट सावित्री व्रत कृतिका और रोहिणी नक्षत्र के साथ ही सिद्घ योग में मनाया गया। शुभ संयोग में सुहाग का पर्व होने से सुहागिनों में काफी उत्साह रहा। सुबह से ही मंदिरों में आस्था का माहौल रहा।

विधि विधान से किया पूजन

सुहागिनों ने वैदिक विधि विधान से वट वृक्ष का पूजन किया और कठोर व्रत की शुरुआत की। हाथों में पीला धागा लेकर वट को मंगल डोर से बांधते हुए 108 परिक्रमा की। प्रत्येक परिक्रमा के साथ वह सुहाग सामग्री, मिठाई, चॉकलेट और अन्य पूजन सामग्री अर्पित करती रहीं। इसके बाद सत्यवान और सावित्री की अमर कथा का श्रवण किया। शाम को मंदिरों में भजन संध्या हुई और देर शाम तक संगीतमय आराधना होती रही। बता दें कि व्रत पूजन के बाद महिलाओं ने सुहाग सामग्री अर्पित की। इसके साथ ही एक-दूसरे को हल्दी कुमकुम लगाकर सुहाग सामग्री भेंटकर मंगल आशीष देती रहीं।

धूमधाम से मनाई शनि जयंती

वेडनसेडे को वट सावित्री के पूजन समेत शनि जयंती का शुभ योग होने से यह दिन और भी शुभ रहा। कालीबाड़ी स्थित श्री शनि महाराज जयंती समारोह समिति ने शनि मंदिर में सुबह पाठ और हवन का आयोजन किया। शाम को कीर्तन के बाद प्रसाद वितरण किया गया। इसके अलावा मंदिरों के बाहर मन की मुरादें पूरी होने पर लोगों ने प्रसाद वितरण किया। शहर में बड़ा पोस्ट ऑफिस के पीछे भंडारे का आयोजन भी किया गया। जहां सैकड़ों की तादाद में लोगों ने प्रसाद चखा।