जांचकर्ता दल के प्रवक्ता क्रेग हारवे के मुताबिक 48 वर्षीय विटनी ह्यूस्टन के शव की जांच से पता लगा है कि वो लंबे समय से कोकेन की आदी थीं। इस बयान के बाद विटनी ह्यूस्टन की मौत के कारणों को लेकर लंबे समय से लग रहे कयासों का अंत हो गया है।

इस साल 11 फरवरी को विटनी ह्यूस्टन लॉस एंजेलिस के एक होटल के कमरे में अपने बाथ-टब में मृत पाई गई थीं। विटनी को उसी शाम ग्रैमी पुरस्कार समारोह में शामिल होना था।

'एलए काउंटी कोरोनर' से जुड़े जांचदल के दफ्तर ने इस संबंध में एक बयान जारी कर विटनी की मौत को एक ‘दुर्घटना’ बताया। जांचदल के मुताबिक उनकी मौत में ‘किसी दूसरे का हाथ’ या ‘कोई ‘साज़िश शामिल नहीं है.’

विटनी ह्यूस्टन के खून में मैरिजुआना और अवसाद को दूर करने वाली कई तरह की तेज़ दवाओं के अंश मिले हैं। हालांकि उस दिन विटनी ह्यूस्टन की मौत इन दवाओं के अत्यधिक सेवन से नहीं बल्कि नशे की हालत पानी में डूबने की वजह से हुई।

विटनी ह्यूस्टन की रिश्तेदार और उनकी प्रबंधक ने इस जांच-रिपोर्ट के बाद जारी बयान में कहा, ''हम नशीली दवाओँ के सेवन की जानकारी को लेकर दुखी हैं लेकिन हमें खुशी है कि उनकी मौत से जुड़ी अटकलें अब खत्म होंगी और इस मामले को बंद किया जाएगा.''

विटनी दुनियाभर में लोकप्रिय एक पॉप गायिका थीं जिनके करियर में 1980 से 1990 के बीच उछाल आया। पिछले कुछ सालों से वो लगातार नशीली दवाओँ की लत से जूझ रही थीं।

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