शराब से घर हो रहे बर्बाद, विरोध करने पर लग रहे हैं केस

महिलाओं की आंखों से छलका दर्द, चौका-बर्तन से गुजारा

आगरा। शहर में शराब न जाने कितने ही परिवारों को बर्बाद कर चुकी है। इसी का असर है कि महिलाओं ने सड़क पर शराब ठेकों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। लेकिन, उनके द्वारा किया गया विरोध प्रदर्शन भी अब समस्या बन गया है। हाल ही में शराब ठेके पर हुए हंगामों में पुलिस ने लोगों पर कार्रवाई की। इसमें महिलाएं भी नामजद हैं। अब तक पारिवारिक परेशानियों को झेल रही महिलाओं को मुकदमे से भी दोचार होना पड़ेगा।

लगातार हुए हंगामे

पिछले कुछ दिनों में जगदीशपुरा, लोहामंडी, शाहगंज, ताजगंज, रकाबगंज, एत्माद्उद्दौला आदि क्षेत्रों में शराब बिक्री के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हुआ। शराब बंदी को लेकर महिलाएं और अन्य लोग सड़कों पर उतर आए। कई स्थानों पर हंगामे के साथ तोड़फोड़ भी हुई। भीड़ में कई असामाजिक तत्व भी शामिल हो गए.ठेकों पर लूटपाट कर दी। पुलिस ने इन मामलों पर मुकदमा दर्ज किया। थाना जगदीशपुरा में डकैती का मुकदमा दर्ज हुआ।

'जो ठीक लगा हमने वो किया'

ईदगाह कुतलूपुर में सोमवार को महिलाओं ने हंगामा कर दिया। ठेके पर पथराव कर दिया। इस पर पुलिस ने कुछ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। महिलाओं का कहना था कि उनके पति जूते का काम करते हैं। रुपये मिलने पर वह घर नहीं आते। सीधे शराब के ठेके पर पहुंच जाते हैं। उनका परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। वह कहां जाए किससे कहें कुछ नहीं पता। उन्हें जो ठीक लगा, उन्होने किया, लेकिन प्रशासन ने उनकी गुहार क्यों नहीं सुनी।