- व‌र्ल्ड अर्थ डे पर स्कूल्स में हुए कल्चरल प्रोग्राम, बच्चों ने कहा बचाएं प्रकृति

BAREILLY :

शहर के स्कूल्स में सैटरडे को व‌र्ल्ड अर्थ डे हर्षोल्लास से मनाया गया। इस दौरान स्कूल्स में विभिन्न कल्चरल प्रोग्राम्स हुए, जिनमें बच्चों ने पृथ्वी को बचाने और अधिक से अधिक संख्या में पौधरोपण का संदेश दिया। बच्चों ने धरती को मां कहकर भी, लोगों को धरती के साथ मां जैसा व्यवहार न करने पर अपने एक्ट से झकझोरा। सेक्रेड हा‌र्ट्स सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल में स्टूडेंट्स ने पर्यावरण के संरक्षण पर मार्मिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। स्टूडेंट्स ने लघु नाटक के माध्यम से प्राकृतिक दोहन का ऐसा सजीव चित्रण प्रस्तुत किया कि सभी की आंखें नम हो गई।

बयां की धरती की पीड़ा

बच्चों ने अपने एक्ट व परफॉर्मेस से लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि यदि इसी तरह से प्रकृति के साथ खिलवाड़ होता रहा, तो वह दिन दूर नहीं जब पृथ्वी पर मानव जाति का विकास ही अवरुद्ध हो जाएगा। स्टूडेंट्स ने नाटक के माध्यम से पृथ्वी की पीड़ा बयां की। इस मौके पर विद्यालय के एकेडमिक डायरेक्टर रणवीर सिंह रावत ने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक रहने का संदेश दिया। वहीं प्रिंसिपल डॉ। उर्मिला वाजपेयी ने कहा कि पृथ्वी पर जीवन को बचाने के लिए पौधरोपण जैसे कार्यक्रमों को बढ़ावा देते हुए प्रदूषण से बचना होगा।

घर-घर जाकर बांटे पौधे

विद्या भवन पब्लिक स्कूल के स्टूडेंट्स ने व‌र्ल्ड अर्थ डे के मौके पर आसपास के क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों को पौधे बांटे। साथ ही लोगों से अधिक संख्या में पौधरोपण की अपील की। वहीं, अल्मा मातेर के स्टूडेंट्स ने व‌र्ल्ड अर्थ डे पर प्रकृति को बचाने के बारे में जाना। टीचर हेमा ने स्टूडेंट्स ने बताया कि मानव का जीवन प्रकृति पर आधारित है। उन्होंने स्टूडेंट्स को पेड़ नहीं काटने और पौधरोपण की नसीहत दी। वहीं, स्कूल के डायरेक्टर प्रत्यक्ष ढींगरा ने स्कूल कैंपस में पौधरोपण किया।