- एग्जाम में पूछ लिया महिला चीफ जस्टिस का नाम

- प्रशासन ने कहा कि गलत सवालों के मिलेंगे नंबर

LUCKNOW: महिला चीफ जस्टिस अब तक हुई ही नहीं और लखनऊ यूनिवर्सिटी ने यूजी इंट्रेंस में उनका नाम पूछ लिया। जब छात्रों ने कहा कि ऐसा हुआ ही नहीं, तब प्रशासन की आंखें खुलीं। अब प्रशासन कह रहा है कि गलत सवालों के पूरे नंबर छात्रों को दिए जाएंगे।

गलत सवाल के चार ऑप्शन

सोमवार को लखनऊ यूनिवर्सिटी में लॉ इंटीग्रेटेड का इंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया गया था। जिसमें क्वेश्चन था कि भारत की पहली महिला चीफ जस्टिस कौन थीं। इसके चार ऑपशन भी दिए गए थे। छात्रों ने बताया कि उन्होंने इस सवाल को छोड़ दिया है। एग्जाम देने के बाद छात्र शिवांगी श्रीवास्तव ने बताया कि तीन से चार सवाल क्वेश्चन पेपर में गलत आए हैं। इस दौरान एलयू प्रशासन ने छात्रों को समझाया कि गलत क्वेश्चंस छोड़ दें और अन्य प्रश्नों को सॉल्व करें। गलत सवालों की जांच एक्सपर्ट करेंगे। यदि कोई कमी होगी तो उसके मा‌र्क्स छात्रों को दिये जाएंगे।

कई सवाल गलत एग्जाम के बाद बाहर आए विशाल शर्मा ने बताया कि क्वेश्चन पेपर में पूछा गया था कि क्षेत्रफल के आधार पर भारत का सबसे बड़ा राज्य कौन सा है। लेकिन, ऑप्शंस में गड़बड़ी थी। निगेटिव मार्किंग के डर से कई छात्रों ने इस क्वेश्चन को अटैम्प्ट ही नहीं किया। रजत वर्मा ने बताया कि रीजनिंग में एक सवाल अल्फाबेट्स को बेस कर पूछा गया जो हिंदी और इंग्लिश में लिखा था। लेकिन, इसके इंग्लिश के सवाल केचार विकल्पों में सही विकल्प में एक अल्फाबेट ज्यादा था। मैथ्स के एक सवाल को भी छात्रों ने गलत बताया।

ब्लॉक ढूंढने में भी परेशानी

एग्जाम देने छात्रों ने बताया कि यहां पर खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। परीक्षा केन्द्र तक पहुंचने के लिए काफी दिक्कतें हुई। परीक्षा के लिए एलयू के वास्तविक विभागों के नाम बदल दिए गए थे। प्रवेश पत्र पर ए, बी, सी, डी, चार ब्लॉक का नाम दिया गया। प्रवेश पत्र में यह ब्लॉक के कॉलम छप कर आए। ऐसे में एलयू के गा‌र्ड्स भी छात्रों को सही पता नहीं बता पा रहे थे। एग्जाम के चलते एडमिशन कोऑर्डिनेटर ने कई लोगों की ड्यूटी लगाई गई थी। इसके बावजूद छात्र परेशान होते रहे।

प्रश्नपत्र में गलत आए क्वेश्चंस के बारे में एक पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी। ऐसे में यह पाया गया कि प्रश्नपत्र में गड़बडि़यां हैं। ऐसे में जो क्वेश्चंस गलत हैं, उनके मा‌र्क्स स्टूडेंट्स को दे दिए जाएंगे।

प्रो अनिल मिश्रा, एडमिशन कोआर्डिनेटर