- मोदी की गूंज बिहार तक पहुंचाने आएंगे यूपी के सीएम

- पटना में रैली कर लोगों को बताएंगे केंद्र सरकार का काम

- भाजपा के 25 धुरंधर 26 मई से 20 जून तक बिहार में लाएंगे बहार

PATNA: केंद्र में मोदी मोदी और यूपी में योगी योगी के बाद अब बिहार में मोदी-योगी की गूंज होगी। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ भाजपा के दो दर्जन से अधिक फायर ब्रांड नेता बिहार में आयोजित रैली में आकर मोदी सरकार के तीन वर्ष पूरा होने की सफलता का बिहार में इतिहास बताएंगे।

ख्म् मई से होगा भाजपा का आगाज

बिहार भाजपा को ख्म् मई से लेकर ख्0 जून तक अन्य राज्यों से आने वाले नेताओं की रैली, सभा और अन्य कार्यक्रम के आयोजन के लिए स्थान तय कर केंद्रीय नेतृत्व को सूचित करना है। पार्टी आलाकमान ने भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को मई के अंतिम सप्ताह से ख्0 जून तक गैर भाजपा शासित राज्यों में विशेष दौरा करने का निर्देश दिया है। बिहार में सरकार की उपलब्धियां गिनाने वालों में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित ख्भ् फायर ब्रांड नेताओं का नाम सामने आया है।

लालू की रैली का तोड़ है भाजपा का शंखनाद

भाजपा ने राजद सुप्रीमो लालू यादव की ख्7 अगस्त को प्रस्तावित रैली से पहले योगी को बुलाने की तैयारी शुरू कर दी है। लालू की रैली में यूपी की पूर्व सीएम मायावती के साथ अन्य कई बड़े नेता आ रहे हैं। इस रैली को फ्लाफ करने के लिए भाजपा ने बड़ा प्लान किया है। हालांकि भाजपाइयों ने अभी यह तय नहीं किया है कि किस नेता की रैली कहां होगी। लेकिन चर्चा के मुताबिक योगी की रैली का खाका प्रमुखता से खीचा जा रहा है। यूपी में उनकी लोकप्रियता को बिहार में कैश कराने की तैयारी है।

मिशन ख्0क्9 की रखी जा रही नींव

भाजपा की इस कवायद से साफ है कि पार्टी नेताओं ने अभी से मिशन ख्0क्9 की तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाम सर्वोपरि रखना चाहती है।

इनका कार्यक्रम संभावित

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ

यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य

केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान

साध्वी निरंजन ज्योति सुदर्शन भगत

कृष्णा राय

उपेंद्र कुशवाहा

राजेन गोहिन

पार्टी में चर्चाएं हुई तेज

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर चर्चा का बाजार तेज हो गया है। पार्टी ने यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की पटना जनसभा की तिथि घोषित नहीं की है लेकिन बताया जा रहा है कि मई के अंतिम सप्ताह या जून के पहले हफ्ते में यह आयोजन हो सकता है। भाजपा सूत्रों की माने तो झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह को पश्चिम बंगाल दौरे की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी तरह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को ओडि़शा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को कोच्चि दौरे की जिम्मेदारी दी गई है।