कुछ बेहतर सामने नहीं आ रहा

साइकोलॉजिस्ट लगातार काउंसलिंग कर रहे हैं लेकिन नतीजा कुछ बेहतर सामने नही आ रहा है। दरअसल कॉरपोरेट ऑफिस कल्चरल में होने वाले टेंशन को दूर करने के लिए लोग वाइन का यूज कर रहे हैं। इससे फायदा कम नुकसान अधिक हो रहा है। राजीव की तरह ऐसे कई यूथ हैं जो टेंशन को दूर करने के चक्कर में कई अन्य टेंशन को पाल बैठे हैं। ऐसे में काउंसलिंग से लेकर मेडिसीन लेने वाले यूथ की लंबी लाइन है।

आसान नहीं है लत छुड़ाना

साइकोलॉजिस्ट बताते हैं कि आसानी से इस तरह की लत को दूर नहीं किया जा सकता है। इसके लिए वक्त लगता है और वक्त के चक्कर में यूथ वाइन की गिरफ्त में आ जा रहे हैं। यूथ को टेंशन मुक्त करने के लिए कई प्राइवेट कंपनी ने फंडे भी अपनाए हैं। इसमें से म्यूजिकल थेरेपी सबसे इंपॉर्टेंट है। मेडिकल एक्सपर्ट भी मानते हैं कि काम काज के माहौल को हेल्दी बनाने के लिए हल्का म्यूजिक का यूज करना चाहिए। प्रोफेशनल को चाहिए कि वो अपने आप को हेल्दी बनाएं और टिप्स को फॉलो करें।

 
 
 
Psychologist says

वाइन को हाथ न लगाएं

किसी भी तरह के टेंशन आने पर वाइन से दूरी बनाकर रखें और अपने मन को इधर-उधर के कामों में अधिक व्यस्त रखें, ताकि उसका असर कम से कम आपके ऊपर होने पाए।

मार्निंग वाक पर जाएं

सुबह मार्निंग वाक हर प्रोफेशनल को करना चाहिए, इससे दिन भर माइंड फ्रेश रहता है। दूसरों की बातों का कड़ा रिएक्शन नहीं होता है और न ही दिमाग पर उतना असर होता है।

घर या पार्क में योगा करें

घर या पार्क में किसी जगह नियमित योगा करना चाहिए, साथ ही मेडिटेशन भी करना चाहिए, इससे एनर्जी मिलती है जो आपके बाहरी परिवेश के साइड इफेक्ट को कम करता है।

घर में कोई पेट पालें

ऑफिस के गुस्से को घर तक न लेकर जाएं, इसके लिए जरूरी है कि आप घर में एक पेट पालें। जब आप घर आएंगे तो वो आपके पास आएगा। उसके साथ खेलने में आपका ध्यान बंट जाएगा।

अपने आप के लिए समय दें

चौबीस घंटे में कम से कम आधा घंटा आप अपने लिए समय निकालें। इस दौरान अकेले में सिर्फ अपने लिए सोचें। यह अभ्यास आपको अच्छा फीलिंग देगा।

पेटिंग या सिंगिंग करें

आप जिस तरह के प्रोफेशन में हैं उसके अलावा दूसरी एक्टिविटी में समय दें, मसलन पेटिंग, सिगिंग या फिर कुछ एक्स्ट्रा एक्टिविटी में शामिल हों। इससे आपका टेंशन काफी हद तक डायवर्ट होगा।

(साइकोलॉजिस्ट डॉ। राकेश कुमार से बातचीत पर आधारित)