- 15 दिन पहले बीटेक में लिया था एडमिशन

- चार घंटे तक पब्लिक ने हाईवे किया जाम, पुलिस ने चलाई लाठी

LUCKNOW :

मडि़यांव इलाके में एक युवक की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर मौत हो गई। परिजनों व स्थानीय लोगों ने लेसा पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हाईवे जाम कर घंटों प्रदर्शन किया। सूचना पर माडि़यांव समेत पांच थानों की फोर्स और पीएसी बल मौके पर पहुंच गया। घंटों की मशक्कत के बाद पुलिस रोड खाली करवा सकी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

इंजीनियर बनने आया था लखनऊ

बस्ती के महाराजगंज निवासी चंद्रभान का बेटा शुभम सिंह (22) ने इसी वर्ष 12वीं की परीक्षा पास की थी। 15 दिन पहले ही उसने लखनऊ आकर बीकेटी के आरआर इंस्टीटूट में बीटेक में एडमिशन लिया था। वह मडि़यांव के महर्षि नगर में अपनी मौसी विनीता सिंह के रहकर पढ़ाई कर रहा था। शुक्रवार सुबह लगभग आठ बजे शुभम इंस्टिट्यूट जाने के लिए तैयार हो रहा था। मौसा गौतम सिंह के मुताबिक शुभम छत पर न्यूज पेपर लेने गया था की तभी छत के ऊपर से निकल रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर झुलस गया। उसे गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।

लेसा पर लापरवाही का आरोप

आरोप है कि यह बस्ती बहुत पुरानी है और यहां के हर घर के ऊपर से 11 हजार लाइन की हाईटेंशन लाइन लगा दी गई है। कई बार जेई दिनेश प्रजापति से लिखित शिकायत की गई लेकिन उसने अनसुनी की और नतीजा की शुभम मौत के आगोश में चला गया। लोगों का आरोप है कि जेई दिनेश प्रजापति शिकायत करने पर कहते है कि एक्सईएन साहब के इस्टीमेट के हिसाब से पांच लाख का खर्च लगेगा। अगर पब्लिक मिलकर पांच लाख रुपये उनको दे तो वो एक घंटे में लाइन हटवा देगा। स्थानीय निवासी पूनम ने बताया कि पहले भी हाईटेंशन लाइन की चपेट में कई लोग आ चुके है। हाल में ही एक लड़के का हाथ भी कट गया था।

चार घंटे तक नेशनल हाईवे जाम

पीडि़त परिजनों व स्थानीय लोगों ने लेसा पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सुबह 9 बजे बिठौली क्रासिंग के पास सीतापुर रोड जाम कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी भी की। इससे नेशनल हाईवे पर कई किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया। प्रदर्शनकारी जेई को जेल भेजने व हटाने की मांग पर अड़े थे।

पुलिस ने भाजीं लाठियां

प्रदर्शन की जानकारी पर मडि़यांव के साथ गुडंबा, इंदिरानगर, हसनगंज व भारी मात्रा में पीएसी पहुंच गई। हर तरह से समझाने के बावजूद जब प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए तो पुलिस ने उन पर लाठियां भाज कर लोगो को खदेड़ा गया।